रायपुर, छत्तीसगढ़, 17 दिसम्बर 2024 : वाणिज्य और उद्योग विभाग, छत्तीसगढ़ सरकार और भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान, अहमदाबाद (ईडीआईआई) के सहयोग से छत्तीसगढ़ उद्यमिता विकास केंद्र (सीईडीसी) रायपुर की स्थापना की गई है। सीईडीसी के तहत विभिन्न गतिविधियों की शुरुआत करने की घोषणा करते हुए हम अत्यधिक उत्साहित हैं।
यह संयुक्त पहल राज्य में उद्यमिता को बढ़ावा देने, नवाचार को प्रोत्साहित करने और सतत आर्थिक अवसरों के निर्माण के लिए एक सशक्त मंच के रूप में कार्य करेगी। इस पहल के अंतर्गत, हम छात्रों, युवाओं, स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के सदस्यों, महिलाओं और संभावित उद्यमियों को इन गतिविधियों में भाग लेने का आह्वान करते हैं। इस पहल के माध्यम से उन्हें विभिन्न सरकारी योजनाओं से लाभ प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।
सीईडीसी के अंतर्गत, उद्यमिता को करियर के रूप में अपनाने के लिए समाज में जागरूकता पैदा करना, प्रोजेक्ट प्रोफाइल तथा उद्दमिता से संबंधित पुस्तिकाएं, माड्यूल एवं अन्य उपयोगी ज्ञानार्जन सामग्रियों का सृजन, उद्यमिता के पक्ष में अनुकूल वातावरण बनाना, प्रशिक्षकों, सलाहकारों और सरकारी अधिकारियों का क्षमता निर्माण करना, राज्य की आवश्यकताओं के अनुरूप विशेष रूप से तैयार किए सूक्ष्म-उद्यम तथा कौशल-आधारित उद्यम विकास कार्यक्रमों का आयोजन सम्मिलित है।
साथ ही, डेटा प्रबंधन और रिपोर्टिंग के लिए एक डिजिटल मॉनिटरिंग टूल विकसित किया जाएगा। इसके अलावा, सीईडीसी उद्यमियों को उनके उत्पादों को प्रदर्शित करने और बाज़ार से जोड़ने के लिए प्रदर्शनी आयोजित करने में सहयोग प्रदान करेगा। उद्यमिता को एक आकर्षक और व्यावसायिक करियर विकल्प के रूप में बढ़ावा देने और उद्यमिता से संबंधित कौशल विकास और क्षमता निर्माण के लिए यह केंद्र समर्पित है।
इन गतिविधियों का छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था पर गहरा प्रभाव पड़ेगा। उद्यमिता को बढ़ावा देने से रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे, जिससे राज्य में बेरोजगारी दर में कमी आएगी। यह पहल छोटे और मझोले उद्यमों को प्रोत्साहित कर राज्य के विकास में योगदान करेगी और आय में वृद्धि के अवसर पैदा करेगी। साथ ही, डिजिटल उपकरणों और कौशल-आधारित शिक्षा के माध्यम से, राज्य में एक मजबूत और प्रतिस्पर्धी कार्यबल तैयार होगा, जो देश और विदेश में व्यापारिक और तकनीकी रूप से प्रगति करेगा।
आज, इस पहल के तहत एक उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम (Entrepreneurship Awareness Program) का आयोजन किया गया, जिसमें 150 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। यह कार्यक्रम उद्यमिता को बढ़ावा देने और नए उद्यमियों को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अतिरिक्त संचालक, वाणिज्य एवं उद्योग विभाग, छत्तीसगढ़ सरकार प्रवीण शुक्ला रहे. उन्होंने कहा कि “छत्तीसगढ़ उद्यमिता विकास केंद्र की गतिविधियों के शुभारंभ का हिस्सा बनकर मुझे अत्यंत प्रसन्नता हो रही है। वाणिज्य एवं उद्योग विभाग और उद्यमिता विकास संस्थान (EDII) के इस सहयोग से राज्य में उद्यमिता को प्रोत्साहित करने के हमारे प्रयासों को नई दिशा मिलेगी। यह पहल हमारे युवाओं, महिलाओं और ग्रामीण समुदायों को कौशल, संसाधन और मार्गदर्शन प्रदान कर आत्मनिर्भर और टिकाऊ व्यवसाय स्थापित करने में सक्षम बनाएगी।
छत्तीसगढ़ प्राकृतिक संसाधनों और प्रतिभा से भरपूर राज्य है। इस केंद्र के माध्यम से हम इन क्षमताओं का उपयोग करते हुए नवाचार और व्यवसाय विकास के लिए एक संगठित मंच प्रदान करेंगे। मुझे पूर्ण विश्वास है कि इस केंद्र के अंतर्गत आरंभ किए गए कार्यक्रम राज्य में आर्थिक विकास को गति देंगे और रोजगार के नए अवसर सृजित करेंगे।
मैं इस पहल के पीछे काम कर रही टीम को उनकी दृष्टि और प्रतिबद्धता के लिए बधाई देता हूं और सभी संबंधित पक्षों से आग्रह करता हूं कि इस केंद्र को सफल बनाने में सक्रिय भूमिका निभाएं। हम मिलकर छत्तीसगढ़ में एक सशक्त उद्यमिता पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण कर सकते हैं।”
इस पहल पर प्रकाश डालते हुए, ईडीआईआई के महानिदेशक डॉ. सुनील शुक्ला ने कहा, “छत्तीसगढ़ उद्यमिता विकास केंद्र राज्य की विशाल उद्यमशीलता क्षमता को साकार करने की दिशा में एक रणनीतिक कदम है। इस पहल के माध्यम से हम न केवल 3500 व्यक्तियों को उद्यमिता और स्व-रोजगार के लिए प्रोत्साहित करेंगे, बल्कि 550 नए उद्यमों और लगभग 2200 नौकरियों का सृजन करेंगे। यह सहयोग समावेशी विकास को प्रोत्साहित करने, समुदायों को सशक्त बनाने और आर्थिक परिवर्तन को बढ़ावा देने का कार्य करेगा।”
ईडीआईआई के प्रोफेसर एवं निदेशक – परियोजना विभाग (सरकार) डॉ. अमित कुमार द्विवेदी ने कहा, “यह पहल न केवल उद्यमियों को सशक्त बनाएगी, बल्कि राज्य के आर्थिक ढांचे को भी नवाचार, कौशल विकास और विभिन्न स्तरों पर क्षमता निर्माण के माध्यम से मजबूत करेगी।”
ईडीआईआई अपनी तकनीकी विशेषज्ञता का लाभ उठाते हुए इस पहल के प्रभावी कार्यान्वयन को सुनिश्चित करेगा, जो राज्य सरकार के आर्थिक विकास और आत्मनिर्भरता के दृष्टिकोण के साथ पूरी तरह से मेल खाता है। पंजीकरण और अधिक जानकारी के लिए, इच्छुक प्रतिभागी सीईडीसी से संपर्क कर सकते हैं।
कार्यक्रम में संजय गजघाटे, संयुक्त संचालक, उद्योग विभाग; डॉ. वर्षा पंड्या चौरसिया, प्रधानाचार्य, शासकीय महिला पॉलिटेक्निक, शीबा राबर्ट्स, असिस्टेंट फैकल्टी, मुकुल वेदी इत्यादि ने अपने विचार व्यक्त किये. हिमांसु शर्मा , राहुल तिवारी तथा लगभग 175 प्रतिभागी उपस्थित रहे.