नयी दिल्ली: देश में 5जी स्पेक्ट्रम के आवंटन के लिए नीलामी प्रक्रिया लगातार दूसरे दिन बुधवार को भी जारी है जिसमें पांचवें दौर की बोलियां लगाई गई हैं। दूरसंचार कंपनियों रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया के अलावा अडाणी एंटरप्राइजेज भी इस स्पेक्ट्रम नीलामी प्रक्रिया में शिरकत कर रही है। नीलामी के पहले दिन मंगलवार को पांचवीं पीढ़ी के स्पेक्ट्रम के लिए 1.45 लाख करोड़ रुपये की बोलियां लगाई गईं।
नीलामी के दूसरे दिन बोलियां लगाने का सिलसिला सुबह 10 बजे शुरू हुआ। अनुमान जताया जा रहा है कि शाम छह बजे के निर्धारित समय के पहले ही बोलियां लगाने का सिलसिला पूरा हो जाएगा। इस नीलामी में 4.3 लाख करोड़ रुपये मूल्य के कुल 72 गीगाहर्ट्ज के लिए दावेदारी पेश की जा रही है। यह 5जी स्पेक्ट्रम के लिए पहली नीलामी भी है।
दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने स्पेक्ट्रम नीलामी को पहले दिन मिली जोरदार प्रतिक्रिया पर प्रसन्नता जताते हुए कहा कि यह उम्मीदों से अधिक है और इसके 2015 का रिकॉर्ड पीछे छोड़ देने की संभावना है। उस समय स्पेक्ट्रम बिक्री से सरकार को 1.09 लाख करोड़ रुपये का राजस्व मिला था।
दूरसंचार विभाग से मिली सूचना के मुताबिक, 700 मेगाहर्ट्ज बैंड के लिए भी इस बार बोलियां लगाई गई हैं जिसके लिए 2016 और 2021 की पिछली नीलामियों में कोई खरीदार नहीं मिला था। प्राप्त सूचना के अनुसार नीलामी के पहले दिन इस स्पेक्ट्रम बैंड के लिए 39,270 करोड़ रुपये की बोलियां लगाई गईं।