नई दिल्ली : नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को ईडी की ओर से समन भेजा गया है. ईडी ने सोनिया गांधी को 21 जुलाई को पेश होने के लिए कहा है. ऐसे में कांग्रेस नेताओं ने एक बैठक कर 21 जुलाई को भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के खिलाफ देशभर में विरोध-प्रदर्शन करने का फैसला किया है. इस मामले में पार्टी की ओर से आज एक और अहम बैठक बुलाई गई है, जहां सभी महासचिव, प्रदेश प्रभारी और पीसीसी प्रमुख ‘भारत जोड़ों यात्रा’ और अन्य संगठनात्मक कार्यक्रमों पर चर्चा करेंगे. बैठक में शीर्ष नेता विरोध मार्च और अन्य जनसंपर्क कार्यक्रमों पर चर्चा करेंगे.
18 जुलाई से शुरू हो रहे संसद के मानसून सत्र के साथ ही कांग्रेस के सांसद को भी संसद परिसर के अंदर विरोध प्रदर्शन करने का मौका मिलेगा. बैठक के बाद एएनआई से बात करते हुए कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी एक बाघिन हैं. वह इन चीजों से नहीं डरती हैं. उन्होंने ऐसी बहुत सी चीजें देखी हैं. वह ईडी कार्यालय जाएंगी और इस सरकार का सामना करेंगी.”
नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया गांधी से ED करेगी पूछताछ
प्रवर्तन निदेशालय ने कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को नेशनल हेराल्ड मामले के संबंध में पूछताछ के लिए तलब किया है, जिसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, पवन बंसल से पहले ही पूछताछ की जा चुकी है. उनके अलावा, ईडी ने पिछले महीने जून में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड के सांसद राहुल गांधी से इस मामले में पांच दिनों से अधिक समय तक पूछताछ की और उस दौरान भी कांग्रेस पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने ईडी और भाजपा के नेतृत्व वाले केंद्र के खिलाफ ‘प्रतिशोध की राजनीति’ में लिप्त होने का विरोध किया.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सोनिया गांधी को 21 जुलाई को सुबह करीब 11 बजे यहां अपने मुख्यालय में जांचकर्ताओं के सामने पेश होने को कहा गया है. सोनिया गांधी को ताजा समन जारी किया गया था, क्योंकि वह पहली बार नेशनल हेराल्ड से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले के मामले में 8 जून को अपने जांचकर्ताओं के सामने पेश नहीं हो सकीं. उस दौरान वह कोविड-19 से संक्रमित थीं और अस्पताल में भर्ती थीं.