यूपी : अब बदायूं में दलित किशोरी की रेप के बाद हत्या

0
365
लखीमपुर के बाद अब बदायूं में दलित किशोरी का रेप के बाद मर्डर कर दिया गया। फैजगंज बेहटा इलाके के एक गांव की 16 वर्षीय किशोरी शुक्रवार रात से लापता थी। शनिवार देर शाम आसफपुर रेलवे स्टेशन के पीछे मैदान में किशोरी का शव पड़ा मिला। पुलिस ने शव को सील करके पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। इसके बाद परिवार के लोग पहुंचे। पुलिस ने गांव में मिठाई की दुकान चलाने वाले जितेंद्र को रविवार सुबह अरेस्ट किया है। वो मिठाई खिलाने के बाद घर छोड़ने के बहाने लड़की को साथ ले गया था। मगर एक ठेले वाले ने उसे बच्ची को ले जाते हुए देख लिया। इसी बयान की मदद से पुलिस आरोपी तक पहुंच गई। मां के मुताबिक,"मेरी बेटी मानसिक रूप से कमजोर थी। वो अक्सर गांव में घूमने के लिए चली जाती थी। उस दिन यानी शुक्रवार को भी ऐसा ही हुआ था। बेटी गई थी, लेकिन वापस नहीं लौटी। रात में गांव के लोगों से पूछा, मगर कोई बेटी तक नहीं पहुंचा सका। हमने आसफपुर चौकी पर बेटी के गायब होने के बारे में बताया। मगर बेटी का फिर भी कुछ पता नहीं चला। शनिवार को हमारे पास फोन आता है। कोई पुलिस वाला ही था। वो कहते हैं कि मेरी बेटी का एक्सीडेंट हुआ है। इसके बाद हम भागते हुए चौकी फिर थाने पहुंचे। बेटी का सिर्फ चेहरा देखने को मिला।" मरने से पहले किशोरी ने संघर्ष किया रविवार सुबह इस केस से जुड़ी पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी सामने आ गई। इसमें लड़की की सांस की नली में मिट्टी मिली है। गले समेत शरीर पर चोट के निशान हैं। अनुमान है कि मरने से पहले किशोरी ने संघर्ष किया था। मगर वो खुद को बचा नहीं सकी। अब पुलिस ने रेप के बाद हत्या की एफआईआर दर्ज की है। शनिवार देर रात SSP डॉ. ओपी सिंह और SP देहात सिद्धार्थ वर्मा ने घटनास्थल का मुआयना किया। गांव वालों के बयान दर्ज कराने के दौरान जितेंद्र का जिक्र आया। सामने आया कि जितेंद्र इस बच्ची को अक्सर अपनी दुकान से मिठाई खाने को देता था। एक ठेले वाले ने बयान दिया कि उसने वारदात वाली रात जितेंद्र को बच्ची के साथ रेलवे स्टेशन की तरफ जाते देखा था। पुलिस ने जितेंद्र को अरेस्ट किया। इसके बाद वारदात के उलझे हुए तार सुलझते चले गए। जितेंद्र की आसफपुर रेलवे स्टेशन के पास मिठाई की दुकान है। वो बिजली विभाग में भी संविदा लाइनमैन है। शुरुआत में उसने वारदात में शामिल होने की बात से इंकार किया। लेकिन पुलिस ने सख्ती की तो वह टूट गया। उसने पुलिस को बताया कि शुक्रवार रात करीब 9 बजे बच्ची उसकी दुकान के सामने से जा रही थी। वो शराब के नशे में था। बच्ची को घर छोड़ने के बहाने स्टेशन के पीछे खाली प्लॉट में ले गया। वहां उसके साथ रेप किया। मैं मारता नहीं, लेकिन वो पहचान गई थी जितेंद्र के मुताबिक, वो पीड़िता को नहीं मारता। मगर वो उसे पहचान गई थी। उसने कहा था कि घर पर शिकायत कर देगी। इसके बाद उसने बच्ची के मुंह में मिट्‌टी भरकर उसे दबा दिया। कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई तो चेहरे पर भी गीली मिट्‌टी पोत दी। वारदात को अंजाम देकर आरोपी घर पहुंचा और वहां अपने कपड़े धो लिए। इसके बाद तौलिया बांधकर आसपास क्षेत्र में नशे में धुत घूमता रहा। इलाके में चल रही गतिविधियों की टोह लेता रहा। रात ज्यादा होने पर वह घर जाकर सो गया। मां बोलीं- चौकी वालों ने मरवा दी बेटी पोस्टमॉर्टम हाउस पर परिवार के लोग बिफर गए। उनका आरोप था कि पुलिस लापरवाही से उनके बच्चे की मौत हुई। आसफपुर चौकी पुलिस पर सीधे आरोप लगाए हैं। परिजनों का कहना था कि पुलिस जल्दबाजी में लाश लेकर बदायूं क्यों भागी पोस्टमार्टम हाउस पर किशोरी की मां भी बिलख रही थी। उनका कहना था,"चौकी पर तैनात स्टाफ की लापरवाही न रही होती तो बेटी का जिंदा होती। चौकी वालों ने मेरी बेटी मरवा दी।" पुलिस ने 3 डॉक्टर्स के पैनल से पोस्टमॉर्टम कराया है। इसकी रिपोर्ट में सामने आया कि गले की सांस की नली में मिट्‌टी मिली। गले में और शरीर पर चोट के निशान मिले हैं। वहीं उसका वेजाइनल वाश सुरक्षित रखा गया है। किशोरी के शव को देर रात दफना दिया गया। इस दौरान गांव के लोग बड़ी संख्या में मौजूद रहे।

बदायूं : उत्तर प्रदेश के बदायूं से एक दलित किशोरी के बलात्कार के बाद हत्या का मामला सामने आया है दरअसल बदायूं के फैजगंज बेहटा इलाके के एक गांव की 16 वर्षीय किशोरी शुक्रवार रात से लापता थी। शनिवार देर शाम आसफपुर रेलवे स्टेशन के पीछे मैदान में किशोरी का शव पड़ा मिला। पुलिस ने शव को सील करके पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। इसके बाद परिवार के लोग पहुंचे।

ऐसे पुलिस पहुंच गई आरोपी तक 

पुलिस ने गांव में मिठाई की दुकान चलाने वाले जितेंद्र को रविवार सुबह अरेस्ट किया है। वो मिठाई खिलाने के बाद घर छोड़ने के बहाने लड़की को साथ ले गया था। मगर एक ठेले वाले ने उसे बच्ची को ले जाते हुए देख लिया। इसी बयान की मदद से पुलिस आरोपी तक पहुंच गई।

शनिवार देर रात SSP डॉ. ओपी सिंह और SP देहात सिद्धार्थ वर्मा ने घटनास्थल का मुआयना किया। गांव वालों के बयान दर्ज कराने के दौरान जितेंद्र का जिक्र आया। सामने आया कि जितेंद्र इस बच्ची को अक्सर अपनी दुकान से मिठाई खाने को देता था। एक ठेले वाले ने बयान दिया कि उसने वारदात वाली रात जितेंद्र को बच्ची के साथ रेलवे स्टेशन की तरफ जाते देखा था। पुलिस ने जितेंद्र को अरेस्ट किया। इसके बाद वारदात के उलझे हुए तार सुलझते चले गए।

जितेंद्र की आसफपुर रेलवे स्टेशन के पास मिठाई की दुकान है। वो बिजली विभाग में भी संविदा लाइनमैन है। शुरुआत में उसने वारदात में शामिल होने की बात से इंकार किया। लेकिन पुलिस ने सख्ती की तो वह टूट गया। उसने पुलिस को बताया कि शुक्रवार रात करीब 9 बजे बच्ची उसकी दुकान के सामने से जा रही थी। वो शराब के नशे में था। बच्ची को घर छोड़ने के बहाने स्टेशन के पीछे खाली प्लॉट में ले गया। वहां उसके साथ रेप किया।

मृतक की माँ के मुताबिक 

मां के मुताबिक,”मेरी बेटी मानसिक रूप से कमजोर थी। वो अक्सर गांव में घूमने के लिए चली जाती थी। उस दिन यानी शुक्रवार को भी ऐसा ही हुआ था। बेटी गई थी, लेकिन वापस नहीं लौटी। रात में गांव के लोगों से पूछा, मगर कोई बेटी तक नहीं पहुंचा सका। हमने आसफपुर चौकी पर बेटी के गायब होने के बारे में बताया। मगर बेटी का फिर भी कुछ पता नहीं चला। शनिवार को हमारे पास फोन आता है। कोई पुलिस वाला ही था। वो कहते हैं कि मेरी बेटी का एक्सीडेंट हुआ है। इसके बाद हम भागते हुए चौकी फिर थाने पहुंचे। बेटी का सिर्फ चेहरा देखने को मिला।”

पोस्टमार्टम रिपोर्ट

रविवार सुबह इस केस से जुड़ी पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी सामने आ गई। इसमें लड़की की सांस की नली में मिट्टी मिली है। गले समेत शरीर पर चोट के निशान हैं। अनुमान है कि मरने से पहले किशोरी ने संघर्ष किया था। मगर वो खुद को बचा नहीं सकी। अब पुलिस ने रेप के बाद हत्या की एफआईआर दर्ज की है।

वहीँ पोस्टमॉर्टम हाउस पर परिवार के लोग बिफर गए। उनका आरोप था कि पुलिस लापरवाही से उनके बच्चे की मौत हुई। आसफपुर चौकी पुलिस पर सीधे आरोप लगाए हैं। परिजनों का कहना था कि पुलिस जल्दबाजी में लाश लेकर बदायूं क्यों भागी

उधर पोस्टमार्टम हाउस पर किशोरी की मां भी बिलख रही थी। उनका कहना था,”चौकी पर तैनात स्टाफ की लापरवाही न रही होती तो बेटी का जिंदा होती। चौकी वालों ने मेरी बेटी मरवा दी।”

पुलिस ने 3 डॉक्टर्स के पैनल से पोस्टमॉर्टम कराया है। इसकी रिपोर्ट में सामने आया कि गले की सांस की नली में मिट्‌टी मिली। गले में और शरीर पर चोट के निशान मिले हैं। वहीं उसका वेजाइनल वाश सुरक्षित रखा गया है। किशोरी के शव को देर रात दफना दिया गया। इस दौरान गांव के लोग बड़ी संख्या में मौजूद रहे।

आरोपी बोला- मैं मारता नहीं, लेकिन वो पहचान गई थी

जितेंद्र के मुताबिक, वो पीड़िता को नहीं मारता। मगर वो उसे पहचान गई थी। उसने कहा था कि घर पर शिकायत कर देगी। इसके बाद उसने बच्ची के मुंह में मिट्‌टी भरकर उसे दबा दिया। कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई तो चेहरे पर भी गीली मिट्‌टी पोत दी।

वारदात को अंजाम देकर आरोपी घर पहुंचा और वहां अपने कपड़े धो लिए। इसके बाद तौलिया बांधकर आसपास क्षेत्र में नशे में धुत घूमता रहा। इलाके में चल रही गतिविधियों की टोह लेता रहा। रात ज्यादा होने पर वह घर जाकर सो गया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here