बिलासपुर: यह शिवरेज ना जाने कितने लोगों की जान ले चुका है और आने वाले समय में कितने लोगों को इस अभूतपूर्व योजना के कारण अपनी जान गवानी पड़ेगी आखिर इसके लिए जिम्मेदार है कौन हजारों करोड़ रुपिया जमीन के अंदर दफन और जमीन के ऊपर लोगों की बन गई कोठिया जमकर मिलीभगत से किया इस योजना का बंटाधार खुलकर हुआ भ्रष्टाचार जिसके परिणाम यह योजना मूर्त रूप न ले सकी पैसा पानी की तरह हुआ बर्बाद दर्द किसी को नहीं राजनीतिक रोटी सब सेंकने को तैयार है जो सही है कहने में कहीं गलत नहीं जो अच्छा हुआ वह हमने कराया जो हो रहा है.
वह हमने किया और जो खराब है वह आप क्यों नहीं करा पाए इसी गंदी राजनीति का शिकार बिलासपुर के मुख दर्शक वोटर जनता जनार्दन होती चली आ रही है और यह सिलसिला यूं ही चलता रहेगा क्योंकि लोगों को तो फ्री का खाने की आदत है और बटने और बटवाने जैसी राजनीति कभी भी स्वयं का ही ख्याल रखकर की जाती है.
ना की जनता का ख्याल रखकर सिवरेज की तरह ऐसे कई उदाहरण है जिन कार्यों में अधर में लटक कर हजारों करो रुपए की बंदरबांट बर्बादी कर जेब लाल करने का काम किया गया इस शहर का भगवान ही मालिक है ना जाने जनता क्यों नहीं समझती नाही राजनीतिक दल के नुमाइंदे इस बात को समझने को तैयार आखिर जनता का पैसा यूं ही अपनी राजनीति चमकाने के लिए बर्बाद किया जा रहा है इस पर लगाम लगेगा या यूं ही मौतों का सिलसिला जारी रहेगा.
क्यों नहीं हो रही ऐसे अधूरे हजारों करो रुपया जिन कार्यों में हुआ बर्बाद इन कार्यों की जांच ईडी सीबीआई क्यों नहीं करती आखिर इन कार्यों में नहीं हुआ क्या भ्रष्टाचार है आंख मूंदकर बैठे हैं सब.