नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने बिजली उपभोक्ताओं को बड़ी राहत देते हुए शुक्रवार को बिजली टैरिफ सिस्टम में दो बड़े बदलाव किए हैं। ये टाइम ऑफ डे (TOD) टैरिफ की शुरुआत और स्मार्ट मीटरिंग प्रॉविजन्स को सुधारने से जुड़े हैं।
टाइम ऑफ डे (TOD) के तहत देशभर के बिजली उपभोक्ताओं से समय के अनुसार टैरिफ वसूला जाएगा। यानी बिजली की दरें चौबीस घंटे समान रहने के बजाय दिन के अलग-अलग समय में अलग-अलग रहेंगी।
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बदलाव के मुताबिक, सौर घंटों यानी सूर्य के आसमान में रहने के दौरान (दिन के 8 घंटे) टैरिफ सामान्य टैरिफ से 10% से 20% कम होगा। वहीं पीक आवर्स (व्यस्त समय अमूमन रात में) के दौरान टैरिफ 10% से 20% अधिक होगा। 10 किलोवाट और ज्यादा मांग वाले कमर्शियल कस्टमर्स के लिए टाइम ऑफ डे (TOD) प्लान अप्रैल 2024 से लागू होगा।
कृषि को छोड़कर अन्य सभी कस्टमर्स के लिए यह अप्रैल 2025 से लागू होगा। इसके लिए स्मार्ट मीटर लगवाना होगा। इसके तुरंत बाद टाइम ऑफ डे (TOD) के साथ बिलिंग शुरू हो जाएगी।
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दूसरा बदलाव स्मार्ट मीटरिंग नियमों को सरल करने से जुड़ा है। कस्टमर्स को उत्पीड़न से बचाने के लिए मैक्सिमम लोड से ज्यादा बढ़ोतरी पर जुर्माने को कम किया गया है।
जानिए उपभोक्ताओं को इसके क्या फायदे होंगे?
पीक आवर्स में बिजली उपभोक्ता अधिक बिजली खपत वाले कामों से परहेज कर सकेंगे।
सौर घंटों (दिन के 8 घंटे) के दौरान बिजली खपत का प्रबंधन कर बिल में 20% तक की बचत कर सकेंगे।
टाइम ऑफ डे (TOD) मीटरिंग की खासियत यह है कि इसे दूर से भी रीड कर पे लोड का आकलन किया जा सकेगा। इससे बिजली चोरी रुकेगी।
दिन में बिजली सस्ती और रात को महंगी मिलने से लोगों में बचत की आदत बनेगी।