रायपुर: महादेव सट्टा ऐप मामले में ED की चार्जशीट में बड़ा खुलासा हुआ है। मामले में गिरफ्तार असीम दास के मुताबिक विधानसभा चुनाव के दौरान महादेव ऐप प्रमोटर्स की तरफ से कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपए दिए गए थे।
प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की चार्जशीट में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का नाम दर्ज है। बघेल के अलावा चार्जशीट में शुभम सोनी, अमित कुमार अग्रवाल, रोहित गुलाटी, भीम सिंह और असीम दास का नाम शामिल है। चार्जशीट में नाम आने के बाद अब भूपेश बघेल की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
चार्जशीट में बताया गया है कि गिरफ्तार किए गए आरोपी असीम दास जो इस महादेव बेटिंग ऐप के प्रमोटर्स के लिए कुरियर का काम करता था, उसके ठिकानों से हाल ही में 5 करोड़ 39 लाख बरामद किए गए थे। इसके बाद उसकी गिरफ्तारी हुई थी।
मामले में आरोपी शुभम सोनी ने ED को एक मेल किया था, जो एंबेसी के जरिए सर्टिफाइड था। उस ईमेल में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, उनके बेटे चैतन्य बघेल और आईपीएस प्रशांत अग्रवाल का नाम था। शुभम सोनी के मुताबिक महादेव सट्टा ऐप चलाने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके बेटे चैतन्य बघेल को 508 करोड़ रुपए दिए गए। मामले पर इन्वेस्टिगेशन चल रहा है। आगे उनसे पूछताछ हो सकती है।
कांग्रेस ने सुशील आनंद शुक्ला के मुताबिक जिस असीम दास के बयान के आधार पर आनन-फानन में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ ईडी ने प्रेस नोट जारी किया था। उसी असीम दास ने कोर्ट में अपने बयान का खंडन किया था। उसने कहा था कि मुझे अंग्रेजी नहीं आती, ईडी ने जबरन मुझसे हस्ताक्षर करवाए।
एक बार फिर उस बयान को झूठलाने के लिए जेल के अंदर जाकर ईडी आसीम दास का बयान लेती है, कौन सा बयान ज्यादा ऑथेंटिक माना जाएगा जो ED ने थर्ड डिग्री इस्तेमाल करके लिया था या उस व्यक्ति ने कोर्ट के माध्यम से अपनी बात रखी थी या फिर जो फिर ईडी ने जेल में जाकर उस बयान को लिया है।