नई दिल्ली: बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद हो रही हिंसा में कट्टरवादियों ने मानवता की सभी हदें लांघ दी हैं। हिंदुओं (Hindu) के घरों और शेख हसीना (Sheikh Hasina) की पार्टी आवामी लीग के नेताओं और कार्यकर्ताओं को चुन-चुनकर कत्लेआम किया जा रहा है। बांग्लादेश में लगातार हिंदुओं की हत्या और मंदिरों को आग के हवाले करने पर अब AIMIM चीफ और हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने अपनी चुप्पी चार दिन बाद तोड़ी है।
ओवैसी ने हिंदुओं पर हमलों को चिंताजनक बताते हुए कहा है कि बांग्लादेश की सरकार और अधिकारियों का कर्तव्य है कि वे देश में रह रहे अल्पसंख्यकों के जीवन और संपत्ति की रक्षा करें।
ओवैसी ने कहा कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमले की खबरें चिंताजनक हैं। बांग्लादेश की सरकार और अधिकारियों का अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत अल्पसंख्यकों के जीवन और संपत्ति की रक्षा करना कर्तव्य है। उन्होंनेकहा कि हमलों के बीच ऐसी भी खबरें आ रही हैं कि देश के बहुसंख्यक समुदाय के कई लोग अल्पसंख्यक समुदायों के घरों और पूजा स्थलों की रक्षा कर रहे हैं। यह आदर्श होना चाहिए और इस पर सभी को अमल करना चाहिए।
बीजेपी ने ओवैसी पर किया था हमला
बता दें कि बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद हिंदुओं पर हो रहे हमलों को लेकर बीजेपी नेता अजय आलोक ने सोमवार (5 अगस्त 2024) को इसे लेकर भारत में धर्मांतरण पर सख्त कानून की वकालत करते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी पर निशाना साधा था।