मुंबई: मुंबई में दही हांडी उत्सव के तहत मानव पिरामिड बनाने में शामिल कम से कम 15 गोविंदा घायल हो गए। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के एक अधिकारी ने बताया कि इन घायल गोविंदाओं को निगम संचालित और निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
जन्माष्टमी के तहत दही हांडी उत्सव में लोग उत्साहपूर्वक हिस्सा ले रहे हैं। मुंबई और राज्य के अन्य हिस्सों में यह उत्सव पारंपरिक उत्साह और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। उत्सव के तहत दही हांडी के प्रतिभागी बहु-स्तरीय मानव पिरामिड बनाते हैं और हवा में लटकी दही हांडी को तोड़ते हैं।
बीएमसी के अधिकारी ने बताया कि दोपहर तक मानव पिरामिड बनाने के प्रयास के दौरान कम से कम 15 गोविंदा घायल हो गए। उन्होंने बताया कि दही हांडी तोड़ने के प्रयास में घायल हुए चार प्रतिभागियों को पोद्दार अस्पताल और नायर अस्पताल में, दो को सायन अस्पताल में और एक-एक को सेंट जॉर्ज अस्पताल, केईएम अस्पताल, राजावाड़ी अस्पताल, एमटी अग्रवाल अस्पताल और कुर्ला भाभा अस्पताल (कुर्ला) में भर्ती कराया गया है।
मुंबई और आसपास के इलाकों में सुबह से ही रुक-रुक कर हल्की से मध्यम बारिश हो रही है, जिससे तापमान में गिरावट आई है। कई प्रमुख गोविंदा पाठक (समूह) ने शहर में कई स्थानों पर नौ-स्तरीय मानव पिरामिड बनाने की कोशिश की।
महाराष्ट्र के कई हिस्सों और अन्य जगहों पर यौन उत्पीड़न के मामलों के मद्देनजर, कई गोविंदा समूहों ने मुंबई, ठाणे और अन्य स्थानों पर दही हांडी फोड़ते हुए बैनर और पोस्टर के माध्यम से सामाजिक संदेश भी प्रर्दिशत किए। कई महिला गोंिवदा समूह भी मानव पिरामिड बनाकर दही हांडी तोड़ने की कोशिश करते नजर आए।