होरी जैसवाल
रायपुर : रायपुर आबकारी विभाग इन दिनों किसी भी अनियमितता को बर्दाश्त करने के मूड में नहीं हैँ. यही वजह है कि विभाग इन दिनों ताबड़तोड़ कार्यवाही कर रहा है. इसी कड़ी में आबकारी विभाग की प्रभारी अधिकारी जेबा खान की तत्परता से बड़े हेर-फेर का पर्दाफाश हुआ है.
दरअसल, ये पूरा मामला रायपुर के सरोना शराब दुकान से जुड़ा हुआ है, जहाँ के सुपरवाइजर सोनू साहू के द्वारा लाखों रुपए की हेरा-फेरा की वारदात को अंजाम दिया गया. हालांकि समय रहते प्रभारी अधिकारी को इसकी भनक लग गई और उन्होंने तुरंत पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कर सुपरवाइजर के खिलाफ FIR दर्ज करा दी. मामले में आरोपी के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर लिया गया है. वहीं पुलिस आरोपी की पतासाजी के साथ जांच में जुट गई है.
इसे भी पढ़ें :-राष्ट्रीय पोषण माह अभियान : आंगनबाड़ी केंद्रों में कराई जा रही विभिन्न गतिविधियां
बता दें कि विदेशी मदिरा दुकान सरोना मार्ग के सुपरवाइजर सोनू साहू द्वारा लगभग 27 लाख का हेर फेर किया गया. घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार हो गया।
इधर, जैसे ही इस बात की जानकारी वृत प्रभारी आबकारी अधिकारी जेबा खान को लगी, उन्होंने तुरंत मामले पर एक्शन लिया और आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज कराई । आबकारी अधिकारी को मामले का पता चलते ही उन्होंने इस संबंध में पतासाजी की.
सुपरवाइजर को लगातार फोन लगाकर संपर्क साधने का प्रयास किया गया. लेकिन आरोपी का नम्बर स्विच ऑफ होने की वजह से संपर्क नहीं हो सका।
इसे भी पढ़ें :-CM साय एवं केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम बरगा में आयोजित ‘स्वच्छता ही सेवा’ कार्यक्रम में हो रहे हैं शामिल
इसके बाद सोनू को तलाशने के लिए आबकारी अधिकारी ने अपने टीम के साथ आरोपी के घर पर दबिश दी, जहाँ आरोपी नही मिला।
इस दौरान घरवालों से पूछताछ में बताया गया कि आरोपी 2 दिन से घर मे नहीं आया ।
तब अधिकारी ने बिक्री राशि को जमा कराने के लिए परिवार से आग्रह किया, लेकिन उल्टा सोनू के परिवार वालो ने आबकारी अधिकारी पर परेशान करने का आरोप लगाकर उनकी छवि धूमिल करने का प्रयास किया।
ऐसे में कहा जा सकता है कि एक तो चोरी ऊपर से सीना जोरी।आबकारी अधिकारी ने तत्परता से शासकीय राशि को जमा कराने में एड़ी चोटी लगाई और फिर तत्काल थाना में सूचना देकर FIR कराया।
इसे भी पढ़ें :-Chhattisgarh: मृत युवक के परिजन मुआवजे और सरकारी नौकरी की मांग करते हुए सड़क पर लाश को रखकर कर रहे है प्रदर्शन….
अब ध्यान देने वाली बात ये है कि जब एक अधिकारी ने पूरी ताकत के साथ शासकीय राशि को वापस लाने का प्रयास किया तो भला उनको लापरवाह बताना कितना सही है?
बता दें कि आबकारी अधिकारी जेबा खान वही अधिकारी हैँ, जिन्हे उनके सराहनीय कामो के लिए जाना जाता है.
आबकारी अधिकारी के द्वारा लगातार अपने वृत के दुकानो में ओवर रेट पर नियंत्रण,अवैध शराब पर लगाम लगाने में कोई कसर नही छोड़ा गया।अब देखना होगा कि पुलिस आरोपी को कब गिरफ्तार करेगी?