रायपुर: छठ पूजा का पर्व कार्ति शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से अष्टमी तिथि तक मनाया जाता है. आज मंगलवार, 5 नवंबर 2024 से चार दिवसीय छठ महापर्व की शुरुआत हो चुकी है. आज के दिन नहाय-खाय (Nahay Khay) किया जाएगा.
इसके बाद खरना, संध्या अर्घ्य और ऊषा अर्घ्य होगा.
चार दिनों तक छठ पर्व (Chhath Parv) मनाने बाद इसका समापन होता है. ऐसे में इस पर्व में पूरे चार दिनों तक कड़े नियमों का पालम करना भी जरूरी होता है. क्योंकि छठ ऐसा पर्व है जिसमें शुद्धता और पवित्रता का बारीकी से ध्यान रखा जाता है.
इसलिए छठ पूजा के चार दिनों में ऐसी कोई गलती न करें, जिससे व्रत असफल हो जाए और इसका पुण्य फल प्राप्त न हो. ऐसे में जान लीजिए कि छठ पर्व में आपको किन कामों से बचने की जरूरत है, जिससे कि जाने-अनजाने में भी कोई भूल न हो
छठ पूजा में ये काम होते हैं वर्जित
छठ पूजा के दौरान बाल, दाढ़ी, नाखून जैसी चीजों की हजामत नहीं करवानी चाहिए. इस समय ये काम शुभ नहीं माने जाते हैं.
छठ पूजा से संबंधित चीजों को बिना नहाए स्पर्श न करें. इससे चीजें अशुद्ध हो जाती है.
छठ पूजा में पूरे चार दिनों तक घर पर सभी परिवार के लिए केवल सात्विक भोजन ही पकाएं.
इस समय तामसिक भोजन या लहसुन-प्याज जैसी चीजों का सेवन न करें.
छठ का व्रत रखने वाले व्रतधारी को पलंग पर सोना वर्जित माना जाता है. इस समय भूमि पर सोना चाहिए.
घर की किसी महिला को यदि मासिक धर्म हो जाए तो उसे पूजा स्थान और पूजा सामग्रियों से दूर रहना चाहिए.
छठ के चार दिनों में मूली, गाजर, कच्ची हल्दी आदि जैसी चीजों का प्रयोग भी नहीं करना चाहिए.