बीजापुर, 30 अगस्त 2025 : भगवान बलराम जयंती के अवसर पर पनारापारा स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र बीजापुर एवं कृषि विभाग के संयुक्त तत्वाधान में किसान दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्राकृतिक खेती, गौ वाणिज्य एवं तिलहन उत्पादन विषयों पर एक दिवसीय कार्यशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में कृषकों ने भाग लिया।
कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख अरुण कुमार सकनी ने कृषकों को केन्द्र की विभिन्न गतिविधियों, बीज उत्पादन, नर्सरी उत्पादन, वर्मी कम्पोस्ट, नाडेप टांका निर्माण, मुर्गी पालन आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि केन्द्र का मुख्य उद्देश्य नवीन तकनीकों और उन्नत बीजों की जानकारी देकर कृषकों की आय में वृद्धि करना तथा स्व-सहायता समूहों की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में लगातार प्रशिक्षण एवं जागरूकता अभियान चलाना है।
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कृषि विभाग के सहायक संचालक उग्रेश देवांगन ने विभागीय योजनाओं व गतिविधियों की जानकारी साझा करते हुए प्राकृतिक खेती पर विशेष जोर दिया। उन्होंने बताया कि जिले के अनेक किसान एवं महिला कृषक अब प्राकृतिक खेती अपना रहे हैं, जिन्हें जीवामृत निर्माण व उसके उपयोग की विधियों का प्रशिक्षण दिया गया।
कृषि विज्ञान केन्द्र के कीट विज्ञान विशेषज्ञ अरविन्द आयम ने वर्षा ऋतु में फसलों पर लगने वाले कीट एवं बीमारियों की जानकारी दी। साथ ही ब्रम्हास्त्र, नीमास्त्र और दशपार्णी जैसे जैविक तरीकों से कीट प्रबंधन के उपाय बताए। उन्होंने महिला कृषकों को पैरा मशरूम उत्पादन की जानकारी दी, जिससे वे अपने खाली समय में अतिरिक्त आमदनी अर्जित कर सकें।
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कृषि विभाग के सहायक संचालक चुरेन्द्र देवांगन ने धान्य फसलों के बाद तिलहन व दलहन उत्पादन से संबंधित योजनाओं की जानकारी दी। वहीं उद्यान विभाग के ग्रामीण उद्यानिकी विस्तार अधिकारी एस. कचलाम ने विभागीय योजनाओं के बारे में विस्तार से बताते हुए जिले में ऑयल पाम की खेती को बढ़ावा देने पर जोर दिया।
इस अवसर पर कृषि विज्ञान केन्द्र से डाॅ. दिनेश मरापी, कृषि विभाग से सुकलू सलाम, ऋषभ कोण्ड्रा, ललित झाड़ी सहित लगभग 65 कृषक उपस्थित रहे।