रायपुर, 22 नवंबर 2025 : छत्तीसगढ़ सरकार की नियद नेल्लानार योजना के अंतर्गत सुकमा जिले के दूरस्थ और संवेदनशील वनांचलों में स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने की प्रतिबद्धता फिर से सफल साबित हुई। कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव के निर्देशन में और सीएमएचओ डॉ. आरके सिंह के मार्गदर्शन में लखापाल एवं दुलेड़ (मुकराजकोंडा पारा) में 21-22 नवंबर को दो दिवसीय विशाल स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। यह क्षेत्र सुकमा मुख्यालय से लगभग 110 किमी दूर घने जंगलों में स्थित है, जहां स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच सामान्यतः चुनौतीपूर्ण मानी जाती है।
स्वास्थ्य शिविर में लखापाल में 133 तथा दुलेड़ में 162, कुल 295 ग्रामीणों की चिकित्सकीय जांच हुई। मरीजों को मौके पर ही निःशुल्क दवाइयां वितरित की गईं और आर्थिक सुरक्षा के लिए 164 नए आयुष्मान कार्ड भी बनाए गए, जिनसे वे भविष्य में निःशुल्क उपचार सुविधा प्राप्त कर सकेंगे।
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शिविर के दौरान स्वास्थ्य जागरूकता पर विशेष जोर दिया गया। ग्रामीणों को मच्छरदानी का उपयोग, स्वच्छता बनाए रखना, बासी भोजन से बचना और पानी के जमाव को रोकने जैसे महत्वपूर्ण उपाय बताए गए, जिससे वे अनेक बीमारियों से बचाव कर सकें।
इस स्वास्थ्य शिविर को पहली बार विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने संबोधित किया। जिला चिकित्सालय सुकमा, वीवाई हॉस्पिटल रायपुर एवं स्थानीय स्वास्थ्य अमला की संयुक्त टीम ने अत्यंत कठिन परिस्थिति में भी ग्रामीणों का निःशुल्क उपचार किया। टीम में विशेषज्ञ सर्जन, शिशु रोग विशेषज्ञ, मेडिसिन विशेषज्ञ और त्वचारोग विशेषज्ञ शामिल थे।
ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और जिला प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह की पहलों ने उनकी जीवनशैली में स्वास्थ्य और शिक्षा जागरूकता का नया संचार किया है। नियद नेल्लानार योजना की यह सफलता राज्य सरकार की दूरदर्शी नीति का प्रमाण है, जो कि न केवल दूरस्थ इलाकों में मूलभूत सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करती है, बल्कि जनजातीय समुदायों के जीवन स्तर में स्थायी सुधार भी ला रही है।








