जनजातीय गौरव दिवस के उपलक्ष्य में 20 नवम्बर को अम्बिकापुर में होगा भव्य आयोजन

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जनजातीय गौरव दिवस के उपलक्ष्य में 20 नवम्बर को अम्बिकापुर में होगा भव्य आयोजन

रायपुर, 04 नवम्बर 2025 : भगवान बिरसा मुण्डा का जन्म दिन 15 नवम्बर को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जाता है। जनजातीय गौरव दिवस के उपलक्ष्य में 19 और 20 नवम्बर को अम्बिकापुर के पीजी मैदान में भव्य आयोजन किया जाएगा।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में 20 नवम्बर को राष्ट्रपति मती द्रौपदी मुर्मू शामिल होगी। छत्तीसगढ़ के आदिम जाति विकास मंत्री रामविचार नेताम की अध्यक्षता में आज नवा रायपुर स्थित उनके शासकीय निवास कार्यालय में तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित हुई।

बैठक में प्रमुख सचिव सोनमणि बोरा, आयुक्त डॉ. सारांश मित्तर, संयुक्त सचिव बी.एस. राजपूत, अपर संचालक सजंय गौड़, कार्यक्रम की नोडल अधिकारी मती गायत्री नेताम सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में सरगुजा संभाग के सभी जिलों के सहायक आयुक्त वीडियों कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए।

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गौरतलब है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर जमुई, बिहार में आयोजित समारोह में उनके जन्म दिवस 15 नवम्बर को देश में जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने आहवान् किया। प्रधानमंत्री मोदी ने इसी दिन भगवान बिरसा मुंडा के सम्मान में एक स्मारक सिक्का और डाक टिकट का भी अनावरण किया था।

उल्लेखनीय है कि बिरसा मुंडा के नेतृत्व में उलगुलान (क्रांति) जैसे ब्रिटिश शासन के खिलाफ जनजातीय आंदोलन, न केवल ब्रिटिश अत्याचार को चुनौती देने की दिशा में महत्वपूर्ण थे, बल्कि इसने राष्ट्रीय जागृति को भी प्रेरित किया है।

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जनजातीय समुदायों द्वारा भगवान के रूप में पूज्यनीय बिरसा मुंडा ने शोषणकारी औपनिवेशिक व्यवस्था के खिलाफ एक प्रभावी आंदोलन का नेतृत्व किया था। जिसके याद में उनके जन्म दिवस 15 नवम्बर को जनजातीय नायकों का सम्मान करने के उद्देश्य से जनजातीय गौरव दिवस के रूप मनाया जाता है।

आदिम जाति विकास मंत्री नेताम ने बैठक में कहा कि जनजातीय गौरव दिवस गौरवपूर्ण आयोजन हो, इसके लिए सभी सबंधित आधिकारी-कर्मचारी संवेदनशीलता के साथ अभी से कार्यक्रम की तैयारी शुरू कर दें। उन्होंने कार्यक्रम में जनजातीय नृत्य, लोककला, संगीत सहित विविध आयोजनों की भी तैयारी करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।

उन्होंने प्रदेश के सभी आश्रम-छात्रावासों में गौरव दिवस के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। मंत्री नेताम ने कार्यक्रम मेें जिले के प्रभारी मंत्रियों सहित विधायकों, सांसदों एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों को गौरव दिवस कार्यक्रम में आमंत्रित करने के निर्देश दिए।

प्रमुख सचिव सोनमणि बोरा ने बताया कि भगवान बिरसा मुण्डा की जयंती को यादगार बनाने के लिए 1 नवबंर से 15 नवम्बर तक जनजातीय पखवाड़ा दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। इस दौरान ब्लॉक स्तर पर कैम्प का भी आयोजन किया जा रहा है। कैम्प में आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे है। वहीं प्रधानमंत्री जनधन खाता भी खोले जा रहे है।

उन्होंने बैठक में बताया कि 15 नवम्बर को जनजातीय गौरव दिवस का जिला स्तर भव्य आयोजन होगा। इस मौके पर जनजातीय नृत्य-संगीत प्रतियोगिताएं भी आयोजित होगी। जिला स्तर पर प्रथम और द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले विजेताओं का 19 नवम्बर को अंतिम प्रतियोगिता होगी। अलग-अलग आयामों के अंतिम विजेताओें को राष्ट्रपति मती द्रौपदि मुर्मू के हाथों सम्मानित किया जाएगा।

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