अमहदाबाद : अमहदाबाद में 12 जून को हुए एअर इंडिया विमान हादसे की जांच कर विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) की रिपोर्ट पर विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो के पूर्व प्रमुख और वरिष्ठ जांचकर्ता औरोबिंदो हांडा ने कहा है कि एअर इंडिया विमान हादसे की शुरुआती जांच रिपोर्ट के आधार पर पायलटों की भूमिका को लेकर निष्कर्ष निकालना अभी जल्दबाजी होगी।
उन्होंने रविवार को कहा कि जांच एजेंसी को निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से जांच पूरी करने देना चाहिए। औरोबिंदो हांडा, जिन्होंने कोझिकोड में 2020 की एअर इंडिया एक्सप्रेस हादसे समेत 100 से अधिक विमान हादसों की जांच की है, ने कहा कि अब जांच का अगला चरण यह पता लगाने पर होगा कि दोनों इंजनों के फ्यूल स्विच अचानक कैसे बंद हुए – क्या कोई तकनीकी या विद्युत गड़बड़ी थी?
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जानिए प्राथमिक रिपोर्ट में क्या हुआ खुलासा?
शनिवार को जारी प्राथमिक रिपोर्ट में कहा गया है कि दोनों इंजनों के फ्यूल स्विच एक-एक सेकंड के अंतर से बंद किए गए थे और बाद में उन्हें फिर चालू किया गया। कॉकपिट वॉइस रिकॉर्डिंग में एक पायलट दूसरे से पूछता है कि उसने फ्यूल स्विच क्यों बंद किया, जबकि दूसरा जवाब देता है कि उसने ऐसा नहीं किया। इस रिपोर्ट में यह स्पष्ट नहीं किया गया कि किसने सवाल पूछा और किसने जवाब दिया। इस उड़ान में सह-पायलट क्लाइव कुंदर (32) फ्लाइंग पायलट थे और कप्तान सुमीत सभरवाल (56) मॉनिटरिंग पायलट थे।
जांच पूरी होने का इंतजार करें- औरोबिंदो हांडा
औरोबिंदो हांडा ने विदेशी मीडिया की तरफ से पायलटों को दोषी ठहराने की कोशिशों की आलोचना करते हुए कहा, ‘कृपया अटकलें न लगाएं और जांच पूरी होने का इंतजार करें।’ बता दें कि, यह हादसा तब हुआ जब एअर इंडिया की फ्लाइट एआई171, जो अहमदाबाद से लंदन जा रही थी, उड़ान भरने के तुरंत बाद एक इमारत से टकरा गई। इसमें 260 लोगों की मौत हो गई, जबकि सिर्फ एक व्यक्ति जीवित बचा (मृतकों में जमीन और इमारत में मौजदू 19 अन्य नागरिक भी शामिल हैं)।
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वहीं इससे पहले केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री के. राममोहन नायडू ने भी शनिवार को कहा कि अंतिम रिपोर्ट आने से पहले किसी भी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचना चाहिए। बता दें कि, मृतकों में 169 भारतीय नागरिक, 53 ब्रिटिश नागरिक (एक जीवित बच गया), सात पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक भी शामिल है।