बिलासपुर: बिजली बिल में चाहे वह घरेलू हो या व्यवसायिक या कृषक बिजली बिल सुरक्षा निधि सिक्योरिटी डिपॉजिट के नाम से समय बे समय अतिरिक्त शुल्क जोड़कर भारी बोझ तले बिजली बिल आम जनमानस को आखिर कौन सी मनसा के तहत दिया जा रहा है. एक तरफ सरकार का कहना बिजली बिल माफ लेकिन बिजली हाफ के साथ-साथ बिजली बिल 4 गुना यह खेल आम जनमानस के समझ से परे है इस अतिरिक्त बोझ को सरकार को वापस लेना चाहिए सुरक्षा निधि की गणना के नाम से बेतहाशा वृद्धि कर बिजली बिल आम जनजीवन को अस्त-व्यस्त करने पर मजबूर कर रहा है.
भारतीय जनता पार्टी इस बात का पुरजोर विरोध करती है और सरकार से यह मांग करती है कि इस सुरक्षा निधि के नाम पर जो बढ़कर बिजली बिल आ रहा है इसे वापस लिया जाए ताकि आमजन जनता पर अनावश्यक तुगलकी फरमान के तहत बोझ ना पड़े. बिजली विभाग के अधिकारी कर्मचारी अपने इस राज्यव्यापी निर्णय से हाथ खड़ा कर नजर आते हैं और उनका साफ कहना है जो होगा रायपुर से होगा आखिर सुरक्षा निधि बार-बार किस नियम के तहत ली जा रही है इस बात को छत्तीसगढ़ विद्युत मंडल बता नहीं पा रही और आम जनमानस भी विद्युत विभाग के इस अनसुलझी पहेली को समझ नहीं पा रहे.
कुल मिलाकर जनता के ऊपर सुरक्षा निधि के नाम पर जो अतिरिक्त बोझ बिजली बिल वृद्धि करके भेजा जा रहा है सरकार कृपया इसे वापस ले और जनता को राहत दे. भारतीय जनता पार्टी इस बेतहाशा बिजली बिल वृद्धि के विरोध में गांव गांव शहर शहर गली गली नुक्कड़ नुक्कड़ इस बेतहाशा बिजली बिल वृद्धि सुरक्षा निधि के नाम पर इसका पुरजोर विरोध करेगी.
आमजन पर इस प्रकार का अतिरिक्त बोझ के लिए हर स्तर पर भारतीय जनता पार्टी जनता के साथ मिलकर आंदोलन करेगी. जागो ग्राहक जागो जागो ग्राहक जागो सुरक्षा निधि के नाम पर भारी-भरकम बिजली बिल सुरक्षा निधि कितने बार ली जाती है यह समझ से परे है जागो ग्राहक जागो.