बालोद, 19 अगस्त 2024 : भाई-बहन के अनूठे रिश्ते के पर्व रक्षाबंधन के अवसर पर आकर्षक राखियाँ बना रही है बालोद जिले के डौण्डी विकासखण्ड के ग्राम कुमुड़कट्टा की महिलाएं। सुदूर वनांचल के इस ग्राम में जय माँ पहाड़ों वाली स्वसहायता समूह की 12 महिलाओं द्वारा आकर्षक राखियाँ बनाई जा रही है,
जिसमें वे मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के सुशासन में महतारी वंदन योजना से हर माह मिल रही राशि का भी उपयोग कर रहीं हैं। समूह द्वारा तैयार किए जा रहे आकर्षक राखियों में धान, चांवल, बीज, बांस, मोर पंख सहित रेशमी धागों का उपयोग किया गया है। जिला प्रशासन बालोद के सहयोग से इन राखियों की पैकेजिंग ‘‘बालोद बंधन‘‘ के नाम से की गई है।
जय माॅ पहाड़ों वाली स्वसहायता समूह की अध्यक्ष कुसुम सिन्हा ने बताया कि इस वर्ष उनके समूह द्वारा लगभग 40 हजार राखियाँ तैयार की गई है, जिसका विक्रय बालोद जिले के साथ ही अन्य जिलों में भी किया गया है। उन्हें इस वर्ष राखियों की बिक्री से लगभग 02 लाख 50 हजार रूपए मुनाफे की उम्मीद है।
कुसुम सिन्हा ने राज्य शासन की महतारी वंदन योजना की सराहना करते हुए बताया कि उनके समूह की महिलाओं को प्रतिमाह इस योजना से 01 हजार रूपये मिलता है, जिसे वे जमा कर राखी बनाने में उपयोग कर रही हैं। इस योजना के संचालन से उनकी बहुत सी छोटी-छोटी जरूरतों को भी पूरा करने में उन्हें काफी मदद मिली है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय एक बड़े भाई की तरह छत्तीसगढ़ की सभी महिलाओं के हित में कार्य करते हुए हम महिलाओं का ख्याल रख रहे हैं। उन्हें हम सभी महिलाएं तहेदिल से धन्यवाद देती हैं।