नयी दिल्ली: भारती एयरटेल ने फर्जी कॉल व संदेशों पर लगाम लगाने के लिए अपने नेटवर्क पर कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) आधारित प्रौद्योगिकी लागू करने की पूरी तैयारी कर रही है। कंपनी के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) गोपाल विट्टल ने बुधवार को बताया कि इस प्रौद्योगिकी की शुरुआत 26 सितंबर की मध्यरात्रि से की जाएगी, जो उपयोगकर्ताओं को संभावित फर्जी (स्पैम) कॉल व संदेशों के बारे में सचेत करेगी।
विट्टल ने कहा, ‘‘ ऐसे कई संकेतक हैं जिनके आधार पर हमने ये फर्जी गिरोह चलाने वालों की पहचान की है। हमने एआई से लैस ‘स्पैम डिटेक्शन’ समाधान विकसित किया है। यह दो मिलीसेकंड में कॉल का विश्लेषण करता है और ‘डायलर’ पर उपयोगकर्ताओं को सचेत करता है।’’
उन्होंने कहा कि यह सुविधा एयरटेल के सभी स्मार्टफोन उपयोगकर्ताओं के लिए नि?शुल्क होगी। विट्टल ने बताया कि यह प्रौद्योगिकी स्वयं ‘कॉल’ को ब्लॉक नहीं करेगी, बल्कि उसे ब्लॉक करने का निर्णय उपयोगकर्ता को लेना होगा, क्योंकि कभी-कभी वास्तविक कॉल भी फर्जी कॉल के तौर पर प्रर्दिशत हो जाती हैं।