लखनऊ: कुकरैल नदी पर कब्जा करके अवैध रूप से बसाए गए अकबरनगर के ध्वस्तीकरण के दौरान उस समय हंगामा हो गया जब कुछ लोगों ने माहौल को बिगाडऩे की कोशिश की। एक धार्मिक स्थल को तोडऩे की अफवाह कुछ शरारती तत्वों ने फैला दी।
कुछ ही देर में आसपास के लोग जुट गए। हकीकत पता चलने के बाद मामला शांत हो गया। कुछ लोगों को हटाने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा। मंगलवार को 12 पोकलैंड मशीन और 11 जेसीबी से 105 अवैध तोड़े गए। इस दौरान एक जेसीबी पलट भी गई।सोमवार से अकबरनगर द्वितीय में एलडीए ने अवैध निर्माण को ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू की है।
एलडीए ने सोमवार को 48 अवैध निर्माण को तोड़ दिया था। मंगलवार को भी एलडीए के जेसीबी और पोकलैंड अवैध निर्माण को गिराने में जुट गए। कुकरैल नदी की तरफ अवैध आवासीय निर्माण को तोड़ा जा रहा था। इसी बीच एक धार्मिक स्थल के ठीक बगल वाला अवैध निर्माण तोड़ा गया।
कुछ लोगों ने धार्मिक स्थल को तोड़े जाने की अफवाह फैला दी। कुछ ही देर में जेसीबी को रोकने के लिए कई लोग आ गए। इसका फायदा उठाकर गली के भीतर पत्थर चलाकर माहौल बिगाडऩे की कोशिश की गई। एलडीए उपाध्यक्ष डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी और डीसीपी सेंट्रल रवीना त्यागी मौके पर पहुंच गईं।
उन्होंने पहले तो लोगों को शांत कराकर वहां से हटाया। कुछ शरारती तत्व हटने का नाम नहीं ले रहे थे, उन पर हल्का बल प्रयोग किया गया। इस बीच एलडीए के दस्ते ने अवैध व्यावसायिक इमारतों को तोडक़र गलियों तक पहुंचने का रास्ता बनाया। अवैध निर्माण के ध्वस्त होने के बाद कई लोग उनकी सरिया, दरवाजे और खिडक़ी निकालने पहुंच गए।