हरियाणा: मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी हरियाणा के सीएम बने रहेंगे। आज (बुधवार) केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में हुई बैठक में नायब सिंह सैनी को सर्वसम्मित से फिर से विधायक दल का नेता चुना गया। इसी के साथ ही सैनी के सीएम बनने पर मोहर लग गई।
गृह मंत्री अमित शाह, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की मौजूदगी में मुख्यमंत्री पद के चेहरे पर फैसला लिया गया। सैनी आज राज्यपाल को सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। वहीं कल (17 अक्टूबर) मुख्यमंत्री की शपथ लेंगे।
बैठक में सबसे दौर करने वाली बात यह हुई कि चुनाव से पहले खुद को सीएम चेहरा बताने वाले हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज और कृष्ण बेदी ने अगले सीएम के लिए नायब सिंह सैनी के नाम का प्रस्ताव पेश किया। दरअसल, दोनों नेता समय-समय पर सीएम बनने की दावेदारी पेश कर रहे थे।
हरियाणा में लोगों ने पीएम मोदी की नीतियों पर मुहर लगाईः सैनी
विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद नायब सिंह सैनी ने विधायक दल की बैठक में कहा, “हरियाणा में लोगों ने पीएम मोदी की नीतियों पर मुहर लगी है। सीएम सैनी ने बताया कि आज ही राज्यपाल के सामने सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।हरियाणा के लोगों ने प्रण लिया है कि 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प को आगे ले जाने का काम करेंगे।
केवल BJP बना सकी तीसरी बार मुख्यमंत्री’- अमित शाह
हरियाणा के पर्यवेक्षक अमित शाह ने बताया, “पीएम के नेतृत्व में जो विजय और विकास की गाथा देश भर में रची और गढ़ी गई, उसका विजय है। यह बीजेपी की नीतियों का विजय है. देश भर के राजनीतिक परिदृश्य में पिछले कई सालों से बीजेपी के अलावा किसी भी पार्टी का सीएम तीसरी बार चुनकर नहीं आया है। बीजेपी ने लोगों के विकास के लिए, गरीब कल्याण के लिए नीतियां बनाई हैं। चुने हुए सभी विधायकों ने सैनी के मजबूत कंधों पर भरोसा जताया है।
हरियाणा में बीजेपी की हैट्रिक
बता दें कि हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी ने तीसरी बार जीत दर्ज की है। 8 अक्टूबर को नतीजे घोषित किए गए. विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 90 में से 48 सीटें मिली थी। वहीं कांग्रेस को 37 सीट मिली है। बीजेपी ने लगातार तीसरी बार राज्य में अपना कब्जा जमाया है। हरियाणा में कभी भी कोई पार्टी लगातार तीसरी बार चुनाव नहीं जीती है।थ इतना ही नहीं, हरियाणा के इतिहास में बीजेपी का ये अब तक की सबसे बेहतरीन परफॉर्मेंस भी हैं। बीजेपी इससे पहले कभी भी इतनी ज्यादा सीटें नहीं जी सकी है। इस बार बीजेपी ने 2014 और 2019 से भी बड़ी जीत हासिल करते हुए 48 सीटें जीती है। 2014 में बीजेपी ने 47 और 2019 में 40 सीटें जीती थीं।