नई दिल्ली. ऑनलाइन कॉमर्स प्लेटफॉर्म मीसो ने करीब 300 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है. ऐसा कंपनी द्वारा अपने ग्रोसरी स्टोर्स बंद किए जाने के बाद किया गया है. कंपनी ने देश में अपने 90 फीसदी से अधिक ग्रोसरी बिजनेस को बंद कर दिया है. यही छंटनी की वजह मानी जा रही है. कंपनी के अब केवल नागपुर और मैसूर में ही ये स्टोर चल रहे हैं.
आपको बता दें कि मीशो की ओर से इस मामले पर फिलहाल कोई बयान नहीं आया है. कंपनी ने अपने फॉर्मिसो बिजनेस को सुपरस्टोर के तौर पर रिब्रांड करते हुए भी 150 कर्माचारियों को निकाला था. तब कंपनी ने कहा था कि वह ग्रोसरी बिजनेस पर ध्यान देना चाहती है. मामले से जुड़े एक जानकार ने कहा है कि बिजनेस काम नहीं कर रहा था और कंपनी के पास पैसा नहीं आ रहा था.
पूंजी की कमी है छंटनी का कारण
इससे पहले कंपनी ने कोविड-19 महामारी की पहली लहर के दौरान करीब 200 लोगों को नौकरी से निकाल दिया था. खबरों की मानें तो कंपनी के पास पूंजी की कमी है जिस वजह से वह कर्मचारियों को निकाल रही है. एक सूत्र के अनुसार, हम इस बिजनेस के लिए काफी पूंजी व्यर्थ कर रहे हैं. मीशो ने बगैर किसी योजना के 6 राज्यों में इसकी शुरुआत की. सप्लाई चेन और लॉजिस्टिक परेशानी का कारण बने हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार, कंपनी ने कर्मचारियों को 2-2 महीने का वेतन देकर निकाला है. कंपनी के सीईओ विदित आत्रे चाहते हैं कि सुपरस्टोर को मीशो की मुख्य ऐप से जोड़ दिया जाए.
कहां-कहां थे स्टोर्स?
मीशो ने कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदे, गुजरात , मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में सुपर स्टोर चालू किए थे. कंपनी ने सुपरस्टोर्स की शुरुआत पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर कर्नाटक से की थी. कंपनी का लक्ष्य 2022 के अंत तक 12 राज्यों में सुपरस्टोर खोलना था.