नई दिल्ली: राहुल गांधी ने लोकसभा में कहा कि भाजपा लगातार संविधान पर हमला कर रही थी। इसका परिणाम चुनाव में दिखा है। उन्होंने कहा कि हमारे कई नेताओं को जेल में डाला गया। एक नेता तो अभी ही जेल से निकले हैं और एक अब भी बंद हैं।
उनका इशारा अरविंद केजरीवाल की ओर था। राहुल गांधी ने कहा कि मेरे ऊपर भी हमला किया गया और यह सब देश के प्रधानमंत्री के आदेश पर किया गया। मेरे ऊपर 20 से ज्यादा केस दर्ज हुए और दो साल की सजा सुनाई गई। मेरा घर छीन लिया गया और मीडिया में 24 घंटे मेरे खिलाफ प्रचार चला। मुझसे 55 घंटों तक पूछताछ की गई। जब यह समाप्त हुई तो अफसर ने ऑफ कैमरा मुझसे कहा कि आप 55 घंटों तक बैठे रहे, लेकिन आप हिलते क्यों नहीं। आप तो पत्थर जैसे हैं।
इस दौरान राहुल गांधी ने सदन में भगवान शिव की तस्वीर दिखाई और कहा कि हम भगवान की शरण में थे। इसी से हमें इन हालातों से लड़ने में मदद मिली। भगवान शिव के आशीर्वाद का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने जहर पी लिया था और नीलकंठ हो गए थे। उसी से विपक्ष ने सीखा और हम जहर पीते रहे। उन्होंने शिवजी के तीन प्रतीकों का जिक्र करते हुए कहा कि त्रिशूल हमें अहिंसा का संदेश देता है। इसके अलावा उनकी अभयमुद्रा में जो हाथ उठता है, वह कांग्रेस के ही सिंबल जैसा है।
यही नहीं राहुल गांधी ने इस्लाम का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि पैगंबर कहते हैं कि ईश्वर हमारे साथ है और हमें डरना नहीं है। इस तरह इस्लाम में भी डर से दूर रहने का संदेश दिया गया है। राहुल गांधी ने इस दौरान सिख पंथ के गुरु नानक की भी तस्वीर दिखाई। इस दौरान राहुल गांधी ने भगवान शिव की अभयमुद्रा का जिक्र करते हुए कहा कि वह संदेश देते हैं कि डरो और डराओ मत।
वह ऐसा संदेश देते हैं, जबकि खुद को हिंदू कहने वाले लोग पूरे दिन हिंसा-हिंसा करते हैं। हिंदू को हिंसा से जोड़ने वाली बात पर भाजपा के सांसद हंगामा करने लगे और इस समाज का अपमान बताया। यही नहीं खुद पीएम नरेंद्र मोदी ने इस बीच दखल दिया और उन्होंने खड़े होकर कहा कि पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना अपमान है।