फरीदाबाद: ओल्ड फरीदाबाद थाना क्षेत्र की बसेलवा कॉलोनी में अपनी बहन के साथ दुकान पर समोसे लेने गए छात्र को बदमाश किस्म के दस युवकों ने मिलकर बेरहमी से चाकुओं से गोदकर मार डाला।
बहन वहां मौजूद दुकानदार व अन्य लोगों से भाई को बचाने की गुहार लगाती रही। छात्र के बचाने के लिए कोई आगे नहीं आया।
दुकानदारों ने दुकानों के शटर बंद कर लिए। घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है। मृतक छात्र पर भी छेड़खानी के चार मामले दर्ज हैं। आरोपित हमलावर चाकूओं को लहारते हुए भागते दिखाई दे रहे हैं। एक के हाथ में हथियार जैसी वस्तु नजर आ रही है। कुछ के चेहरों पर नकाब भी लगा है। इससे जाहिर होता है कि हमलावार सुनियोजित तरीके से छात्र की हत्या करने आए थे।
जेल से जमानत पर छूटकर आए थे तीन आरोपी
तीन आरोपित चार दिसंबर को कारोबारी से चार लाख की लूट के मामले में दिसंबर के पहले सप्ताह में ही जेल से जमानत पर छूटकर आए थे। चार दिसंबर को भी हमलावरों ने ओल्ड फरीदाबाद के एक अन्य परिवार के साथ मारपीट की थी। उसी दिन थाने में मामला दर्ज हुआ। पुलिस ने आरोपितों को थाने से ही छोड़ दिया।
पुलिस का कहना है कि दोनों पक्षों में समझौता हो गया था, इसलिए थाने से छोड़ा गया। इससे पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़ा होता है। लूट जैसी घटनाओं के आरोपितों को समझौते का अधार बताकर थाने से छोड़ दिया।
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चाकू से आठ वार किए छाती पर
बसेलवा कालोनी में रहने वाला 11वीं कक्षा का छात्र अंशुल अपनी बहन अंजली के साथ मंगलवार दोपहर समोसा लेने मार्केट आया था। अंशुल का परिवार मूलरूप से कासगंज के बिरौंची गांव का रहने वाला है। समोसा खरीदने के दौरान वहां बदमाश किस्म के दस युवक आ गए। उनके हाथों में चाकू थे।
अंजली के मुताबिक कुछ दिन पहले हिमांशु माथुर व रोहित धामा नाम के युवकों के साथ किसी बात को लेकर अंशुल की कहासुनी हो गई थी। तभी से वह अंशुल से रंजिश रखते थे। हिमांशू और रोहित अपने साथी रुपेश, राहुल, करन कोली, सोहिल खान, वंश, दीपक, साजिद, जतिन व हर्ष के साथ समोसे की दुकान पर आ गए।
उन्होंने मिलकर डंडों से अंशुल पर हमला कर दिया। अंशुल के कुछ दोस्त भी वहां आ गए। उन्होंने हमलावरों का सामना कर उन्हें दौड़ा लिया। हमलावर युवक भागने लगे। अंशुल पकड़ने के लिए उनके पीछे भागने लगा। उसके दोस्त पीछे रह गए। अकेला भिड़ता देख हमलावरों ने उसे पकड़ कर चाकुओं से गोदना शुरू कर दिया।
चाकुओं को लहराते हुए चले गए बैखोफ युवक
अंशुल के दोस्त आगे बढ़ने की हिम्मत नहीं दिखा पाए। उन्होंने कुछ दूरी से हमलावरों पर पत्थर फेंके। अंजली अपने भाई को बचाने के लिए चिल्लाती रही। कोई मदद के लिए आगे नहीं आया। हमलावर युवक बैखोफ चाकुओं को लहराते हुए भाग गए। घायल अंशुल को लोगों की मदद से सेक्टर 16 स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी मौत हो गई।
आरोपितों की गैंग में हैं 15-20 युवक
उसकी शिकायत पर पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। मृतक के चचेरे भाई विनय कुमार और शुभम पुंडीर ने बताया कि हमलावर आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं। यह सभी सेक्टर 18 चुंगी के पास के रहने वाले हैं।
आरोपितों के गैंग में 15-20 युवक शामिल हैं। इनका काम मारपीट, गली के लड़कों को धमकाना और चोरी और छीना झपटी करना है। इसके बावजूद पुलिस ने इनके खिलाफ समय पर कार्रवाई नहीं की और अब पुलिस की लापरवाही से उन्होंने अपना भाई खो दिया है।