आइजोल: मिजोरम के आइजोल जिले में बृहस्पतिवार को एक और शव बरामद किया गया, जिसके बाद भूस्खलनों से जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढक़र 28 हो गयी। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। आइजोल के पुलिस अधीक्षक राहुल अलवल ने बताया कि आइजोल के दक्षिणी बाहरी हिस्से ह्लिमेन से बृहस्पतिवार को पूर्वाह्न 11 बजे भूस्खलन के मलबे से एक व्यक्ति का शव बाहर निकाला गया।
उन्होंने बताया कि व्यक्ति स्थानीय इलाके का रहने वाला नहीं था। अधिकारी ने बताया कि इस शव की बरामदगी के साथ ही, अब तक कुल 28 शवों को बाहर निकाला गया है। पुलिस अधिकारी ने मुताबिक, छह महीने के बच्चे सहित छह लोगों का अब तक कुछ पता नहीं चल पाया है।
जिले के अधिकारियों और पुलिस ने हालांकि बुधवार दोपहर को मृतकों की संख्या 29 बताई थी लेकिन बाद में उन्होंने गलती में सुधार करते हुए माफी मांगी और संख्या में सुधार करते हुए 27 लोगों के जान गंवाने की बात कही। अधिकारियों ने कहा कि खराब मोबाइल नेटवर्क के कारण ऐबव्क गांव से गलत सूचना मिली थी। गांव में लापता हुए दो व्यक्तियों की तलाश अभी भी जारी है।
अधिकारियों ने बताया कि भूस्खलनों की वजह से जान गंवाने वाले लोगों में तीन नाबालिग और झारखंड व असम के रहने वाले सात लोग भी शामिल हैं। आइजोल की उपायुक्त नाजुक कुमार ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि मेल्थम, ह्लिमेन और ऐबव्क इलाकों में बृहस्पतिवार को सुबह खोज एवं बचाव अभियान शुरू किया गया।
बचाव अभियान का आज (बृहस्पतिवार को) तीसरा दिन है। उन्होंने बताया कि अभियान के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल, पुलिस, अग्निशमन विभाग और त्वरित प्रतिक्रिया बल (क्यूआरटी) टीमों को तैनात किया गया है।
अधिकारी ने बताया कि यंग मिजो एसोसिएशन (वाईएमए) के स्वंयसेवक भी अभियान में सहायता कर रहे हैं।
मिजोरम के मुख्यमंत्री लालदुहोमा ने भूस्खलनों और राज्य के अन्य हिस्सों में बारिश से हुई अन्य आपदाओं में मारे गए लोगों के परिवारों को चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।
लालदुहोमा ने कहा कि सरकार ने चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ के परिणामस्वरूप बारिश से उत्पन्न आपदाओं से निपटने के लिए 15 करोड़ रुपये निर्धारित किए हैं।