इंफाल: चक्रवात ‘रेमल’ के प्रभाव से पिछले कुछ दिनों में हुई मूसलाधार बारिश के कारण मणिपुर के राजभवन परिसर में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इंफाल घाटी में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ से तीन लोगों की मौत हो गई है,जबकि हजारों लोग प्रभावित हुए हैं।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इंफाल नदी के तटबंध विभिन्न स्थानों पर टूटने के बाद राजभवन परिसर में पानी एकत्र हो गया। उन्होंने कहा कि पिछले दो दिनों की तुलना में राजभवन की स्थिति में काफी सुधार हुआ है।
इस बीच, मणिपुर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एमपीसीसी) के प्रवक्ता ंिनगोम्बम बुपेंद्र ने ‘एक्स’ पर तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, ह्लराजभवन बाढ़ के पानी में डूब रहा है। मणिपुर के राज्यपाल को राजभवन में व्यक्तिगत रूप से जल स्तर की जांच करते हुए देखना दुर्लभ है।” इंफाल में अभूतपूर्व बाढ़ के कारण इसका एक बड़ा क्षेत्र पानी में डूबा है। उन्होंने कहा कि बाढ़ के स्तर को तेजी से कम करने की जरूरत है।
बुपेंद्र की पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा, ” और निवर्तमान प्रधानमंत्री गहरे ध्यान में हैें” प्रधानमंत्री ने 30 मई की शाम को तमिलनाडु के कन्याकुमारी में विवेकानंद रॉक मेमोरियल में ध्यान शुरू किया और उनकी इस ध्यान प्रक्रिया को एक जून की शाम को पूरा होना है।
मणिपुर के जल संसाधन और राहत एवं आपदा प्रबंधन मंत्री अवांगबौ न्यूमाई ने बृहस्पतिवार शाम को कहा था कि पूर्वोत्तर राज्य में बाढ़ से कुल 1,88,143 लोग प्रभावित हुए हैं, जबकि कम से कम 24,265 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं।
नदी किनारे के तटबंधों में दरार आने के कारण आई भीषण बाढ़ को देखते हुए सरकार ने बृहस्पतिवार को सभी राज्य कार्यालयों में 31 मई तक दो दिन की सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है।