नई दिल्ली: 18वीं लोकसभा के लिए निर्वाचन आयोग (ईसी) चुनाव कार्यक्रम का एलान कर रहा है। इसके साथ ही देशभर में आदर्श आचार संहिता भी लागू हो गई। संभावना है कि 543 सीटों के लिए सात या आठ चरणों में मतदान कराया जाएगा। आयोग कुछ राज्यों में विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की भी घोषणा करने वाला है।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार, दोनों चुनाव आयुक्तों ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू के साथ विज्ञान भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत में एक लंबा भाषण होगा, जिसमें मुख्य चुनाव आयुक्त बताएंगे कि कितने वोटर्स हैं, कितने बूथों पर वोटिंग होगी, क्या इंतजाम होंगे.
बता दें कि 2019 लोकसभा चुनाव 11 अप्रैल से 19 मई के बीच 7 चरणों में हुए थे. जबकि 23 मई को रिजल्ट आया था. जबकि 2014 में लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा 5 मार्च को हुई थी. चुनाव 7 अप्रैल से 12 मई तक 9 चरणों में हुए थे.
नए मतदाताओं में 85 लाख महिलाएं, 1 अप्रैल से 13.4 लाख नए मतदाता जुड़ेंगे
उन्होंने कहा कि महिला मतदाताओं को जोड़ने में भी हमने मेहनत की है। देश के 12 राज्य ऐसे हैं, जहां महिला वोटरों की संख्या पुरुष मतदाताओं से ज्यादा हो गई है। इस बार 18 से 19 वर्ष के 1.8 करोड़ मतदाताओं में 85 लाख तो महिला मतदाता हैं। 17 से ज्यादा उम्र के 13.4 लाख नए मतदाताओं की अग्रिम अर्जियां हमारे पास आ चुकी हैं। ये ऐसे वोटर होंगे, जो 1 अप्रैल को 18 साल की उम्र पूरी कर लेंगे।
मतदाताओं की कुल संख्या
हमने पिछले एक साल में नए वोटरों को जोड़ने पर बहुत मेहनत की है। इस बार 18 से 19 वर्ष के 1.8 करोड़ मतदाता होंगे। 20 से 29 साल उम्र के 19.74 करोड़ मतदाता होंगे। 82 लाख मतदाता ऐसे हैं, जिनकी उम्र 85 साल से ज्यादा है।
सीईसी बोले- देश की चमक बढ़ाने वाला चुनाव कराएंगे
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा, “यह हम लोगों के लिए ऐतिहासिक क्षण है। 2024 दुनिया के लिए भी चुनावों का साल है। दुनिया के सबसे बड़े और सबसे जीवंत लोकतंत्र के रूप में भारत पर सभी का ध्यान केंद्रित रहता है। लोकतंत्र के रंग यहां उभरते हैं और सभी हिस्सों का इसमें समावेश होता है। हमारा वादा है कि हम चुनाव इस तरह कराएंगे जो देश की चमक को बढ़ाएगा। 17वीं लोकसभा का कार्यकाल 16 जून को खत्म हो रहा है। जम्मू-कश्मीर में भी विधानसभा चुनाव होना बाकी हैं।”