कोरबा: वनमंडल कोरबा के कुदमुरा रेंज में सक्रिय 23 हाथियों का दल बीती रात कलमीटिकरा में 8 किसानों की धान व मूंगफली फसल को रौंदने के बाद पसरखेत की सीमा पर स्थित ग्राम बासीन पहुंच गया। हाथियों ने यहां भी फसल नुकसानी किया है, जिससे चार किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है। 23 हाथियों के एक और दल के पहुंचने से पसरखेत रेंज में मौजूद हाथियों की संख्या बढ़कर तीन दर्जन हो गई है, जो दो झुंड में अलग-अलग जगहों पर घूम रहे हैं।
पतरापाली में 13 हाथी पहले से मौजूद है। यहां सप्ताह भर पूर्व बालको वन परिक्षेत्र के दूधी टांगर से 18 हाथियों की आमद हुई थी। सभी हाथी 6 दिनों तक क्षेत्र में ही घूम रहे थे, लेकिन कल शाम इसमें से 5 हाथी झूंड से अलग हुए और जंगल ही जंगल होते हुए बालको रेंज अंतर्गत दूधी टांगर पहुंच गए।
हाथियों ने दूधी टांगर पहुंचने से पहले दो किसानों के खेत में लगे स्प्रींकलर पाईप को निशाना बनाते हुए तोड़ दिया। हाथियों द्वारा उत्पात मचाकर फसल व पाइप तोड़े जाने की सूचना मिलने पर संबंधित क्षेत्रों से वन विभाग का स्टाफ मौके पर पहुंचा और हाथियों द्वारा किये गए नुकसानी का आंकलन करने के साथ ही अपनी रिपोर्ट तैयार किये, जिसे वरिष्ठ अधिकारियों को मुआवजा स्वीकृति के लिए प्रेषित किया जाएगा।
क्षेत्र में बड़ी संख्या में हाथियों के पहुंचने से वन विभाग के साथ ग्रामीणों की भी परेशानी बढ़ गई है। चूंकि इस समय तेंदू पत्ता संग्रहण का सीजन चल रहा है और ग्रामीण बड़ी संख्या में तेंदू पत्ता तोडऩे के लिए जंगलों में पहुंच रहे हैं। ऐसे में वन्य प्राणियों से उनको खतरा बढ़ गया है।