पेंड्रारोड़ कोर्ट परिसर में उस समय हड़कंप मच गया जब जिला जेल पेंड्रारोड़ से पेशी के लिए लाए गए दुष्कर्म का विचाराधीन कैदी ने पेशी के बाद जेल वाहन में बैठने के दौरान सुरक्षा कर्मी को धक्का देकर कोर्ट का दीवार फांदकर फरार हो गया। सुरक्षा कर्मी और जेल प्रहरी ने आरोपी को पकड़ने का काफी प्रयास किया पर सफल नही हुए आखिरकार गौरेला थाने में आरोपी के खिलाफ 224 का अपराध दर्ज कराया गया है और पुलिस आरोपी की पतासाजी में जुट गई है।
मामला जिला कोर्ट परिसर का है जहां पर हमेशा की तरफ जिला जेल पेंड्रारोड़ से जेल वेन में लगभग 22 कैदी जिनकी पेशी थी उन्हें कोर्ट लाया गया था और हमेशा की तरह उन्हें जेल परिसर में स्थित लॉकअप में रखा गया शाम होने पर हमेशा की तरह लगभग आधादर्जन पुलिसकर्मी और जेल प्रहरी की निगरानी में जब एक एक करके कैदियों को जेल भेजने के लिए बैठाया जा रहा था और लगभग 11 कैदियों को जब वेन में बैठा लिया गया उसी समय दुष्कर्म का विचाराधीन कैदी चंद्रशेखर पनिका भी वेन में बैठने के लिए आ रहा था कि तभी आरोपी ने सुरक्षाकर्मी को धक्का देकर दौड़ते हुए कोर्ट परिसर की दीवार फांद कर वहां से भांग निकला पुलिस कर्मी कुछ समझ पाते और उसे दौड़कर पकड़ने का प्रयास भी किया पर शाम के समय अंधेरा होने के कारण देखते ही देखते आरोपी आंखों से ओझल हो गया जिसके बाद पुलिस कर्मियों ने आरोपी ने ठिकानों में दबिश भी दी पर उसका कही अतापता नही चला।
आरोपी दुष्कर्म के मामले में सितंबर माह सर जेल में बन्द था आरोपी चंद्रशेखर अपने पदोश में रहने वाली पीड़िता का मोबाइल नंबर लेकर फोन करते रहता था एक दिन उसे फोन कर अपने घर बुलाया तथा वहां डरा धमका कर उसके साथ अनाचार किया और बाद में फोटो वीडियो वायरल कर देने की धमकी देकर और अनाचार किया और पीड़िता के ना आने पर उसकी फोटो वीडियो उसके परिजनों को भेज दिया जिस पर पीड़िता ने अपने परिजनों सहित गौरेला थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई जिस तत्काल थाना गौरेला में आरोपी के खिलाफ धारा 376,506 आईपीसी के तहत अपराध दर्ज किया गया था।।
वही कोर्ट परिसर से फरार हुए दुष्कर्म के मामले में आरोपी चंद्रशेखर का पता नही लगने के बाद पुलिस ने मामले की लिखित शिकायत गौरेला थाने में कई है जिस पर गौरेला पुलिस ने 224 का अपराध दर्ज करते हुए आरोपी की पतासाजी में जुट गई है।