लखनपुर: लखनपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत पटकुरा के आश्रित ग्राम घटोन तक सड़क नहीं बन पाने से ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ताजा मामला इस बस्ती के एक व्यक्ति की मौत के बाद सामने आया है। शव को लगभग सात किलोमीटर ढोकर स्वजन और गांववाले घर तक पहुंचे। पटकुरा तक चार पहिया वाहन से शव को पहुंचा दिया गया लेकिन जंगल-पहाड़ से घिरे घटोन तक चार पहिया वाहन के नहीं पहुंच पाने से शव को बड़ी मुश्किल से उसके घर तक पहुंचाया जा सका।
इंटरनेट मीडिया पर इस घटनाक्रम का वीडियो भी तेजी से प्रसारित हो रहा है। लखनपुर विकासखंड के अंतर्गत दूरस्थ ग्राम पंचायत पटकुरा के आश्रित ग्राम घटोन के पहुंचविहीन होने के कारण आपातकालीन सेवाएं भी नहीं मिल पाती है। बीमार अथवा प्रसव के लिए महिलाओं को लाने-ले जाने के लिए भी कठिनाई होती है।
बताया जा रहा है कि पटकुरा पंचायत मुख्यालय तक तो आसानी से पहुंचा जा सकता है लेकिन वहां से सात किलोमीटर दूर हाथी प्रभावित घटोन में सड़क नहीं होने के कारण पैदल ही पहुंचा जा सकता है। कुछ स्थानों पर वनमार्ग है लेकिन कम चौड़ाई और घाट होने के कारण वाहन नहीं पहुंच पाती है।
इसी घटोन ग्राम का सेल्बेस्टर लकड़ा ( 45) वर्ष पिछले कई माह से बीमार था। इसका उपचार अंबिकापुर के मेडिकल कालेज अस्पताल में भी कराया गया। इस बीच उसका जड़ी -बूटी से उपचार कोरबा जिला के ग्राम कुटूर्मा में कराना शुरू किया गया। उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। मंगलवार को चारपहिया वाहन से पटकुरा मोहल्ला शव को लाया गया।
आगे घर घटोन के लिये सड़क नहीं होने से आश्रित ग्राम घटोन नहीं ले जाया जा सका। स्वजन पूरी रात रतजगा कर लाश की रखवाली करते रहे। बुधवार को स्वजन एवं ग्रामीणों की मदद से खाट पर शव को रखकर आठ से 10 ग्रामीणों की मदद से उठाकर पैदल ले जाया गया ,जहां दोपहर मृतक सेल्बेस्टर लकड़ा का अंतिम संस्कार हुआ। इधर सब को खाट पर ले जाने का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर तेजी से प्रसारित हुआ।







