Chhattisgarh: जंगल में सजी थी जुआरियों की महफिल, आठ जुआरी गिरफ्तार, 91 हजार से ज्यादा नगदी जप्त…

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धमतरी: आईपीएल सट्टा तो नहीं मगर पुलिस ने जुआरियों को जरूर पकड़ा है। दरअसल यह ताशपत्ती वाले जुआरी है जोकि जंगल में जुए की महफिल सजा कर जुआ खेल रहे थे। आठ जुआरियों को पकड़ा गया है, जिनसे 91 हजार से अधिक रकम भी बरामद की गई है। ज्ञात हो कि आईपीएल का सीजन चल रहा है मगर पुलिस की आईपीएल सट्टे के मामले में फिलहाल एक भी कार्यवाही नहीं हुई है, लेकिन मंगलवार को पुलिस को जुआरियों को पकड़ने में सफलता मिली है।

बताया गया कि केरेगांव थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सियादेही के जंगल में जुआरियों की महफिल सजी थी। जहां पुलिस ने रेड कार्यवाही की और आठ जुआरियों को पकड़ा गया जो कि ताशपत्ती के माध्यम से जुआ खेल रहे थे। हालांकि बताया तो यह भी जा रहा है कि मौके पर और भी जुआरी थे लेकिन वह लोग पुलिस को देख भागने में सफल हो गए जिनकी करीब 17 बाइक भी पुलिस ने पकड़ी है।

पकड़े गए आठ जुआरियों से 91 हजार रुपए नगदी रकम जप्त कर कार्यवाही की जा रही है। जुआरियों में अक्षय कोर्राम शकरवारा, रेनिश साहू दर्री, लक्ष्मण सागर वंशी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी धमतरी, संजू आहूजा आमापारा, घनश्याम संकलेचा आमापारा, राजू ध्रुव कुरूद, विमल साहू तेंदूकोना, नरेश कुमार लिमतरा का नाम शामिल है

केरेगांव पुलिस को खबर नहीं? क्यों

मालूम हो कि जिले के जंगलों में जुआ चलता है यह आज की बात नहीं है। जुआ के मामले में केरेगांव रुद्री के जंगल के अलावा जिले के अन्य ब्लाक के जंगल भी बदनाम है मगर इस कार्यवाही के बाद अब यह चर्चा हो रही कि इस जंगल में जुआ पर कार्यवाही में साइबर सेल की टीम की मुख्य भूमिका थी। टीम ने धमतरी से वहां जाकर कार्यवाही की है।

जिससे केरेगांव पुलिस पर सवाल उठना भी वाजिब है कि इस जंगल में जुआ चलने की खबर क्या केरेगांव पुलिस को नहीं थी या फिर वह कार्यवाही के लिए सक्षम नहीं थी? हालांकि कार्यवाही के दौरान केरेगांव पुलिस के कुछ पुलिस कर्मियों के नाम का जरूर जिक्र सामने आया है, मगर इस कार्यवाही में उनका नाम जोड़ना कितना जरूरी था। इस बात की भी चर्चा है। जबकी क्षेत्रवासियों की माने तो केरेगांव के जंगल में पिछले बहुत दिनों से वहां जुआ चल रहा था।

मगर केरेगांव पुलिस ने अब तक किसी एक जुआरी को भी नहीं पकड़ा था। जिस हिसाब से पुलिस ने जुआरियों की इतनी सारी मोटर साइकिलों को पकड़ा है इस लिहाज से जुआ के खेल का अंदाजा लगाया जा सकता है कि वहां कितने जुआरी आते थे और कितने का फड़ सजता था और वह लोग आज कल से तो क्षेत्र में जुआ खेलनेनहीं आ रहे होंगे।

पहले से ही उनकी सेटिंग होगी तभी तो बड़ा फड़ वहां सज रहा था और जुआरी आराम से जुआ खेल रहे थे। जबकी इस मामले पर क्षेत्रवासी भी यह कह रहे है कि केरेगांव के जंगल में पिछले बहुत दिनों से वहां जुआ चल रहा था मगर केरेगांव पुलिस इससे अनभिज्ञ थी, जिसे पुलिस कप्तान को संज्ञान में लेना चाहिए।

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