रायगढ़: ओपी जिंदल विश्वविद्यालय, रायगढ़ द्वारा छात्रों के हितो को ध्यान में रखते हुए उनके ‘कैरियर गाइडेन्स’ के लिए ‘कॅरियर काउन्सलिंग सेशन’ का आयोजन जनपद पंचायत, धरमजयगढ़ के सभागार में 9 जून को किया गया l जनपद पंचायत, धरमजयगढ़ के सभागार में आयोजित ‘कॅरियर काउन्सलिंग सेशन’ का उद्देश्य 12 वी उत्तीर्ण युवाओं को एक सफल जीवन के लिए आवश्यक सही शिक्षण संस्थान, छात्रों को उनके विषय से सम्बंधित कोर्सेस-कॅरियर्स की जानकारी प्रदान करना और सही कैरियर का चुनाव करने के लिए मार्गदर्शन करना था; जिससे युवा छात्र अपनी योग्यताओं को समझ कर सही कैरियर चुनने में सफल हो सकें।
कार्यक्रम के आरम्भ में कार्यक्रम की संयोजिका डॉ कविता पटेल (सहायक प्राध्यापक- रसायन शास्त्र, ओपीजेयू ) ने सभी अतिथियों, पालकों एवं छात्रों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम के आयोजन के उद्देश्यों से सभी को अवगत कराया। ‘कॅरियर काउन्सलिंग सेशन’ में मुख्य अतिथि श्री सुभाष चंद्र कछवाहा, सीईओ – जनपद पंचायत धरमजयगढ़ ने अपने स्वयं के अनुभवों को सभी के साथ साझा करते हुए प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया और उनके मनोबल को बढ़ाया। श्री सुभाष जी ने छात्रों को सफल कॅरियर बनाने के टिप्स दिए और कहा की अपनी क्षमताओं का आकलन कर एक लक्ष्य बनाएं और लक्ष्य प्राप्त करने पूर्ण समर्पण के साथ तैयारी करें, सफलता अवश्य मिलेगी। डॉ संजय सिंह (प्राध्यापक – मानविकी, ओपीजेयू) ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से छात्रों को कॅरियर प्लानिंग क्यों और किस तरह से करें, 12 वीं के पश्चात उपलब्ध कौन से कोर्सेस का चयन करें तथा उनमे कॅरियर ऑप्सन्स और किस तरह से स्वयं के लिए सही कॅरियर का चुनाव करें आदि के बारे में बताया।
साथ ही साथ उन्होंने ओपी जिंदल विश्वविद्यालय, रायगढ़ एवं स्कूल ऑफ़ साइंस के बारे में, विश्वविद्यालय में उपलब्ध सभी तरह के प्रोग्राम्स, कोर्सेस, सुविधाएँ और स्कॉलरशिप्स आदि के बारे में जानकारी प्रदान किया। डॉ कविता पटेल एवं डॉ दीप्ती शुक्ला (सह प्राध्यापक – फिजिक्स) ने सभी के साथ जेएसपी फॉउंडेशन द्वारा छात्राओं की शिक्षा के लिए आरम्भ की गयी यशस्वी योजना के बारे में जानकारी और उसमे मिलने वाली सुविधाओं एवं फायदों के बारे में बताया। इस अवसर पर स्कूल ऑफ़ साइंस के एसोसिएट डीन डॉ गिरीश चंद्र मिश्रा ने सभी छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा की आज हर व्यक्ति चाहता है की वह सफल बने पर कोई भी सफलता के लिए इंतजार नहीं करना चाहता। लेकिन ध्यान रहे की सफलता पाने के लिए निरन्तर प्रयास करना पड़ता है और उम्मीद बनाये रखनी होती है। सफलता तो सिर्फ आप पर, आपके प्रयासों पर और आपके निर्णय पर निर्भर करती है।
डॉ मिश्रा ने छात्रों द्वारा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दिए और उनकी कॅरियर सम्बन्धी जिज्ञासाओं को शांत किया। डॉ मिश्रा ने स्कूल ऑफ़ साइंस के कोर्सेस के बारे में बात करते हुए बताया की बीएससी (ऑनर्स) पाठ्यक्रम इंडस्ट्री और एकेडेमिया के विशेषज्ञों के सहयोग से इंडस्ट्रीज एवं बाजार की नवीनतम आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर बनाया गया है। बीएससी (ऑनर्स) कोर्स छात्रों के बीच उन्नत सैद्धांतिक, व्यावहारिक और अनुसंधान कौशल विकसित करने वाला 3 साल का अंडरग्रेजुएट कोर्स है | बीएससी ऑनर्स में सिर्फ एक विषय पर ही विशेष रूप से फोकस किया जाता है और उसी विषय में बीएससी ऑनर्स की डिग्री भी मिलती है।
हालांकि कुछ एलाईड विषय भी पढ़ाए जाते हैं लेकिन फोकस प्रमुख विषय पर रहता है और उसकी गहन पढ़ाई कराई जाती है। आज के समय में बीएससी ऑनर्स करना छात्रों के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है क्योंकि इसके बाद उसी विषय में एमएससी करना सरल हो जाता है और साथ ही साथ बीएससी ऑनर्स करने के तुरंत बाद प्लेसमेंट की संभावना बढ़ जाती है। डॉ मिश्रा ने सभी अतिथियों-श्री सुभाष चंद्र कछवाहा, सीईओ – जनपद पंचायत धरमजयगढ़, श्री आशीष सोनकर (कार्यक्रम अधिकारी-मनरेगा ), श्री धर्मेश कर्ष (अकाउंटेंट- मनरेगा), श्री पटेल जी,, पालकों, प्रतिभागी छात्रों एवं सहयोगियों के प्रति कार्यकम में शामिल होने एवं कार्यक्रम के आयोजन को सफल बनाने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।
ओपी जिंदल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ आर. डी. पाटीदार ने धरमजयगढ़ में आयोजित ‘कॅरियर काउन्सलिंग सेशन’ के सफल आयोजन के लिए आयोजकों को बधाई दिया और आशा व्यक्त किया की इस तरह के सेशंस का आयोजन न केवल शहरी क्षेत्रों में बल्कि ग्रामीण इलाकों के छात्रों के लिए भी आयोजित किये जाएंगे जिससे की देश के भविष्य- युवाओं को सही कॅरियर सम्बन्धी सही जानकारी प्राप्त हो सके और उनके अच्छे भविष्य का निर्माण हो सके।
विदित हो की प्रतिस्पर्धा के इस युग में विद्यार्थियों को विश्वस्तरीय एवं उपयोगी उच्च शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से भारत के प्रतिष्ठित जिंदल समूह द्वारा छत्तीसगढ़ के रायगढ़ मे ओपी जिंदल विश्वविद्यालय की स्थापना 2014 मे की गयी। विश्वविद्यालय छात्रों का प्रेक्टिकल स्किल्स डेवलपमेंट एवं उन्हें इंडस्ट्री रेडी बनाने के लिए पूरी तरह समर्पित है। विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ़ इंजीनियरिंग में बीटेक (कंप्यूटर साइंस एन्ड इंजीनियरिंग,इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, मेकेनिकल इंजीनियरिंग, सिविल इंजीनियरिंग एवं मेटालर्जिकल इंजीनियरिंग), डिप्लोमा, एमटेक एवं पीएचडी; स्कूल ऑफ़ मैनेजमेंट में बीबीए, बीकॉम (ऑनर्स), बीए (ऑनर्स)-इकोनॉमिक्स, एमबीए , EMBA एवं पीएचडी; तथा स्कूल ऑफ़ साइंस में बीएससी-ऑनर्स (डेटा साइंस एन्ड एनालिटिक्स, बायोटेक्नोलॉजी, फिजिक्स, केमिस्ट्री एवं मैथमेटिक्स), एमएससी एवं पीएचडी पाठ्यक्रम संचालित हैं तथा छात्रों को एंट्री लेवल और मेरिट-कम- मीन्स स्कालरशिप भी प्रदान की जाती है। विश्वविद्यालय विश्व स्तर के पाठ्यक्रम, विश्व स्तरीय शिक्षक, आधुनिक शिक्षण विधियाँ, अत्याधुनिक बुनियादी ढाँचे और शिक्षार्थियों को एक जीवंत परिसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है; और यह विश्वविद्यालय इस्पात प्रौद्योगिकी और प्रबंधन की विश्वस्तरीय शिक्षा प्रदान करने के लिए डेडिकेटेड रूप से कार्य कर रहा है। अभी हाल में ही ओपीजेयू ने एनआईआरएफ- इनोवेशन रैंकिंग 2023 में देशभर के विश्वविद्यालयों में 151- 300 के रैंक/बैंड में स्थान प्राप्त लिया है।