जांजगीर चांपा: कांग्रेस ने डा शिव कुमार डहरिया को दूसरी बार जांजगीर चांपा लोकसभा क्षेत्र से टिकट दिया है। कांग्रेस ने उन्हें दोबारा टिकट दिया है। उनका मुकाबला भाजपा प्रत्याशी कमलेश जांगड़े से होगा। डा. शिवकुमार डहरिया मूलत: रायपुर जिले के अभनपुर ब्लाक के छ छानपैरी गांव के हैं। वे छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय थे। बीएएमएस की डिग्री उन्होंने हासिल की और राज्य की राजनीति में आ गए। वर्ष 2003,2013और 2018 में विधानसभा चुनाव जीतकर विधायक बने।
भूपेश सरकार में वे नगरीय प्रशासन मंत्री थे। वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने उन्हें यहां से टिकट दिया था और वे भाजपा प्रत्याशी कमला देवी पाटले से 82 हजार से अधिक मतों से चुनाव हार गए थे। इस बार कांग्रेस ने फिर से उन्हें यहां से दोबारा मौका दिया है।
ज्ञात हो कि डा डहरिया कांग्रेस सरकार में नगरीय प्रशासन मंत्री थे। इस बार वे विधानसभा आरंग से भाजपा के खुशवंत साहेब से चुनाव हार गए। इधर भाजपा ने यहां से कमलेश जांगड़े को टिकट दिया है। वे इसी लोकसभा क्षेत्र से हैं और सक्ती जिले के ग्राम मसनियाकला की रहने वाली हैं।
शिव डहरिया जिस तरह से पिछले बार लोकसभा का चुनाव लड़े थे उसके कार्य प्रणाली को लकर इस बार भी तरह-तरह की चर्चाएं लोगों द्वारा की जा रही है। बसपा का पत्ता खुलना बाकी: यहां से बहुजन समाज पार्टी भी अपना उम्मीदवार उतारेगी। मगर पार्टी ने अभी तक सूची जारी नहीं की है।
जांजगीर चांपा लोकसभा के सभी आठ विधानसभा जांजगीर चांपा, अकलतरा, पामगढ़, सक्ती, जैजैपुर चंद्रपुर कसडोल और बिलाईगढ़ में कांग्रेस के विधायक है ऐसे में कांग्रेस को इस लोकसभा को लेकर ज्यादा उम्मीदें हैं। वर्ष 1971 के लोकसभा चुनाव में जांजगीर से मिनीमाता अंतिम कांग्रेस की अंतिम महिला उम्मीदवार थीं। इसके बाद कांग्रेस ने यहां कभी किसी महिला को टिकट नही दिया। जबकि भाजपा ने 2004 में करुणा शुक्ला को 2009 और 2014 में कमला देवी पाटले को और इस बार कमलेश जांगड़े को उम्मीदवार बनाया है।