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छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज सहकारी संघ ने वर्चुअल क्रेता-विक्रेता बैठक का आयोजन किया

रायपुर : नया रायपुर छत्तीसगढ़ June 23, 2023 छत्तीसगढ़ में लघु वनोपज के व्यापर को बढ़ावा देने के लिए छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज सहकारी संघ (CGMFPFed) ने ग्रांट थॉर्नटन भारत के सहयोग से वर्चुअल क्रेता-विक्रेता बैठक का आयोजन किया। इस बैठक में देश भर से 40 से अधिक कम्पनियों ने भाग लिया। KVIC TRIFED, MSME-DFO जैसी सरकारी संस्थाएं जो लघु वनोपज के खरीद और प्रचार में काम करती है. भी इस बैठक में शामिल थी।

इस बैठक का प्रमुख उद्देशर खरीदारों और CGMFPFed को एक मंच प्रदान करना था जहाँ सब जुड़ सके और लघु वनोपज में संभावित व्यावसायिक अवसरों पर चर्चा कर सकें।

बैठक की शुरुआत में देव कुमार (डायरेक्टर ग्रांट थॉनटन) ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया और बैठक का उद्देश्य सभी के सामने रखा। इसके बाद CGMFPFed के MD अनिल राय ने सहकारी संघ के इतिहास और मौजूदा कार्य से सबको अवगत कराना राय ने बताया की CGMFPFed के साथ 943 सहकारी संघों के माध्यम से करीब 13.5 लाख परिवार जुड़े हैं। वनोपज से आय करीब लाख करोड़ से ज़्यादा होती है। पिछले कुछ साल से औषधीय वनोपज पर भी काम शुरू हुआ है। साल के बीज और इमली की खरीद में छतीसगढ़ देश में प्रथम स्थान पर है साथ ही यहाँ महुआ और शहद की भी खरीदी अधिक मात्रा में होती है।

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CGMFPFed के AMD आनंद बाबू ने छत्तीसगढ़ में मिलने वाले विभिन्न वनोपज के बारे में बताया जो मुख्य रूप से ३ वर्गों में रखा गया है। खाद्य पदार्थ, औषधीय वनोपज और घरेलू इस्तेमाल की वस्तुएं

छत्तीसगढ़ हर्बल के मार्केटिंग प्रमुख हर्ष पतुर्वेदी ने संस्था से जुड़े हितग्राहियों के प्रशिक्षण जनोपज खरीदी, भण्डारण और वन धन विकास केंद्र की प्रक्रिया के बारे में प्रतिभागियों को बताया इस बात पर भी प्रकाश डाला गया की वनोपज का संग्रहण की प्रक्रिया पूर्णतः गैर विनाशकारी होती है जिससे सतत रूप से वनोपज का उपयोग हो सके। इमली, शहद, मिलेट, महुआ और औषधीय तेल के बारे में बताने हुए चतुर्वेदी ने छत्तीसगढ़ हर्बल के पास उपलब्ध भंडार की भी

सूचना दी। गोट थॉर्नटन से सुकेश नायक ने प्रोडक्टिव पार्टनरशिप पर प्रस्तुति दी जिस में उत्पादक से लेकर उपभोगता

तक की मूल्य श्रृंखला को मजबूत बनाने के लिए सरकार और निजी कंपनियों की साझेदारी पर खास जोर दिया गया। इसके बाद विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधियों ने अपने उत्पाद की जानकारी दी और यह भी बताया की वह किस वनोपज की खरीद में रूचि रखते हैं। इन कंपनियों में से नेस्ले इंडिया केजरीवाल हनी, बैद्यनाथ, क्रोपचे प्रमुख थी। साथ ही वनोपज

की गुणवत्ता और उपलब्धता पर प्रतिभागियों के प्रश्नों का जवाब भी दिया गया। अंत में हर्ष चतुर्वेदी ने सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद देते हुए कहा की यह बैठक CGMFPFed और निजी कंपनियों के बीच सहभागिता की अच्छी शुरुआत है जिससे अंततः वनोपज से जुड़े समुदायों को और ज़्यादा लाभ पहुँचाया जा सकता है।

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