बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के यूनिटी हॉस्पिटल में इलाज में लापरवाही के चलते नर्सिंग छात्रा की मौत हो गई. छात्रा को सर्जरी से पहले उसे एनेस्थेसिया दी गई, जिसके बाद वो कोमा में चली गई. फिर उसकी मौत हो गई।
बिलासपुर के मिशन रोड पर स्थित यूनिटी हास्पिटल में बीएससी नर्सिंग की छात्रा की मौत होने के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा मचाया. परिजन ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही और उचित इलाज नहीं करने का आरोप लगाया है. साथ ही इसकी शिकायत पुलिस से भी की गई है. मिली जानकारी के अनुसार किरण वर्मा मुंगेली जिले के सिलदहा की निवासी थीं और नर्सिंग कॉलेज लगरा में बीएससी नर्सिंग तृतीय वर्ष की छात्रा थी।
बता दें कि 7 मार्च को किरण वर्मा को गले में ट्यूमर निकालने के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था. ऑपरेशन से पहले उन्हें एनेस्थीसिया दिया गया, लेकिन इसके बाद वह होश में नहीं आईं और कोमा में चली गईं. हालत बिगड़ती चली गई, लेकिन परिजनों का आरोप है कि अस्पताल प्रशासन ने इस गंभीर स्थिति में भी लापरवाही बरती और उचित उपचार नहीं दिया.
परिवार का कहना है कि जब उन्होंने किरण की हालत के बारे में जानकारी लेनी चाही तो अस्पताल प्रशासन ने उन्हें मरीज से मिलने तक नहीं दिया. इलाज में देरी और उचित देखभाल की कमी के चलते किरण की स्थिति और खराब होती गई और उसने दम तोड़ दिया. परिजनों के अनुसार किरण को 7 मार्च को भर्ती किया गया था, वहीं अस्पताल की रिपोर्ट में 27 फरवरी की तारीख दर्ज है.
परिजनों ने लगाया आरोप
इस पूरी घटना पर अस्पताल प्रबंधक डॉक्टर अंकित ठकराल का कहना है कि परिजनों द्वारा लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद हैं. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मैं साक्ष्यों के साथ प्रेस वार्ता करूंगा. डॉक्टर ठकराल ने जानकारी देते हुए बताया कि युवती को थाइराइड कैंसर था, जिसकी वजह से अक्सर वह बीमार रहती थी. कॉलेज में भी उसकी अनुपस्थिति बहुत ज्यादा है इस बात को कॉलेज की प्राचार्या ने भी माना है. युवती का हार्ट 20 से 30 प्रतिशत ही काम कर रहा था. उसका वजन लगातार कम हो रहा था.