गुरूर: गुरूर ब्लाक के ग्राम दियाबाती के ग्रामीण महिलाएं बड़ी संख्या में मंगलवार को जनपद पंचायत का घेराव करने के लिए पहुंच गई। उनका आरोप था कि पंचायत और प्रशासन द्वारा गांव में पानी की समस्या दूर करने के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं किए जा रहे हैं। 28 फरवरी से गांव में पानी की समस्या है। चाहे पीने का पानी हो या नहाने का पानी।
दोनों ही तरीके से लोग परेशान हैं। ग्रामीण महिलाओं ने बताया कि पंचायत द्वारा कई बार मांग करने के बाद सिंटेक्स टंकी लगाया गया है। लेकिन उसे भी निजी बोर से भरा जाता है। आखिर कब तक निजी बोर संचालक वहां पानी देगा। आए दिन बोर खराब हो जाता है तो वहीं निस्तारी की समस्या भी बहुत है।
तलाब सूख रहे हैं। एक तालाब का पानी पूरी तरह गाढा हो चुका है। जो नहाने लायक नहीं है। तो नाला भी सूख रहा है। नाले में कुछ जगह गड्ढे में पानी भरा हुआ है। जो गर्म हो जाता है। वहीं पर मजबूरी में नहाते हैं। तो वहीं पंच जागेश्वरी साहू, ममता साहू, केसरी साहू ने बताया कि गांव की आबादी लगभग 650 है। पानी की समस्या फरवरी से है।
अब तक हम चिल्ला चिल्ला कर समस्या बता चुके हैं। लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। पंचायत निष्क्रियता दिखा रहे हैं। वहीं अब जनपद प्रशासन से आस है। निजी बोर के भरोसे कब तक रहेंगे। पानी भरने के लिए दूसरे के घर जाते हैं नहाने के लिए गड्ढों पर निर्भर है।
तो निजी बोर में नहाना पड़ता है। आखिर दूसरों पर निर्भरता कब तक रहेंगे। इसलिए अब आक्रोश बढ़ चुका है। और अब हम समस्या का स्थाई हल चाहते हैं। ज्ञापन सौंपने के लिए बड़ी संख्या में महिलाएं और ग्रामीण पहुंचे हुए थे। जनपद सीईओ के नहीं होने पर कर्मचारी को ज्ञापन सौंपा गया।