spot_img
HomeBreakingकांग्रेस अध्यक्ष पद चुनाव : अब सिर्फ खड़गे बनाम थरूर,केएन त्रिपाठी का...

कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनाव : अब सिर्फ खड़गे बनाम थरूर,केएन त्रिपाठी का नामांकन हुआ रद्द

नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव अब मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर के बीच होगा. कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री ने बताया कि तीसरे प्रत्याशी, केएन त्रिपाठी का नामांकन रद्द कर दिया है. हालांकि नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख में अभी एक हफ्ते का समय है, अगर कोई प्रत्याशी अपना पर्चा वापिस नहीं लेता है तो चुनाव होगा.

मीडिया को जानकारी देते हुए कांग्रेस नेता मधुसूदन मिस्त्री ने बताया कि कल हमें 20 फॉर्म मिले थे और वो फॉर्म सही है कि नहीं उसकी जांच आज हमने की थी. उन्होंने बताया कि 20 में से 4 फॉर्म रिजेक्ट हो गए. बकौल मिस्त्री, कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए हमारे 2 उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर चुनाव लड़ेंगे.

मासिक राशिफल:- शनिवार 01 अक्तूबर 2022 से सोमवार 31 अक्तूबर 2022

गौरतलब है कि खड़गे ने 14 फॉर्म भरे थे, जबकि थरूर ने पांच और त्रिपाठी ने एक फॉर्म भरा था. मिस्त्री ने कहा कि त्रिपाठी का फॉर्म खारिज कर दिया. गया है, क्योंकि उनके एक प्रस्तावक के हस्ताक्षर का मिलान नहीं हुआ और एक अन्य प्रस्तावक के हस्ताक्षर में दोहराव था.

जानिए कौन हैं केएन त्रिपाठी और किसके बूते उतरे थे चुनाव में?

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के के.एन. त्रिपाठी ने तीसरे प्रत्याशी के तौर पर पर्चा भरा था. उनकी गिनती झारखंड में कांग्रेस के मुखर नेताओं में होती है. 50 वर्षीय त्रिपाठी ने एयरफोर्स में लगभग नौ साल तक नौकरी करने के बाद वर्ष 2000 से झारखंड के पलामू इलाके में सक्रिय राजनीति में कदम रखा था। वह 2009 में डाल्टनगंज से विधायक चुने गये थे और राज्य सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री रहे. इसके बाद वह कभी विधानसभा का चुनाव नहीं जीत सके, लेकिन अपने बयानों और पार्टी से इतर अपनी सक्रियता को लेकर चर्चा में रहते हैं.

झारखंड के सियासी हलके में कहा जा रहा था कि त्रिपाठी ने चर्चा में आने के लिए पर्चा भरा था लेकिन त्रिपाठी इससे इनकार करते हुए खुद को सीरियस कैंडिडेट बताते रहे. उन्होंने यहां तक दावा कर दिया था कि उन्हें देश भर से कांग्रेस प्रतिनिधियों का समर्थन मिल रहा है. वो खुद को सोनिया गांधी और राहुल गांधी का विश्वस्त बताते हुए कहते हैं कि उनकी इजाजत के बाद ही इस पद के लिए चुनाव लड़ रहे थे.

Big News: छग युवा कांग्रेस के नये आकाश शर्मा, 3.86 लाख से ज्यादा वोटों से दर्ज की जीत…

त्रिपाठी अक्सर विवादों में भी रहते हैं. 2019 में विधानसभा चुनाव के दौरान वह मतदान के दिन एक बूथ पर अपनी लाइसेंसी पिस्टल लहराने की घटना को लेकर चर्चा में आये थे. इस घटना पर चुनाव आयोग ने संज्ञान लिया था,उस वक्त त्रिपाठी की लाइसेंसी पिस्टल और तीन कारतूस जब्त की गयी थी. उन्हें थोड़ी देर के लिए हिरासत में भी लिया गया था लेकिन कुछ देर बाद छोड़ दिया गया था.

हालांकि केएन त्रिपाठी का कहना था कि उन्होंवे बूथ लूट रोकने और अपनी आत्मरक्षा में रिवाल्वर निकाला था. उनके मुताबिक भाजपा प्रत्याशी समर्थकों ने उन्हें घेर लिया था, वे किसी तरह बुलेट प्रूफ गाड़ी से जान बचाकर वहां से निकलेय त्रिपाठी का रांची में एक वाहन शोरूम के मालिक से भी गहरा विवाद हुआ था. शोरूम मालिक ने उनपर धमकी देने का आरोप लगाया था. त्रिपाठी झारखंड में झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन सरकार के कई फैसलों पर मुखर विरोध जताते रहे हैं.

RELATED ARTICLES
spot_img
- Advertisment -spot_img

ब्रेकिंग खबरें

spot_img