नयी दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष के निर्वाचन की प्रक्रिया में कुछ सप्ताह की देरी हो सकती है क्योंकि पार्टी का ध्यान इस समय ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पर केंद्रित है तथा कुछ राज्य इकाइयां औपचारिकताएं पूरी नहीं कर रही हैं। सूत्रों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार कांग्रेस अध्यक्ष के निर्वाचन की प्रक्रिया 20 सितंबर तक पूरी की जानी है। पार्टी की सर्वोच्च नीति निर्णायक इकाई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) रविवार को आॅनलाइन बैठक में चुनाव की कार्यक्रम को मंजूरी देगी।
कांग्रेस ने पिछले साल अक्टूबर में घोषणा की थी कि नवीन कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव इस साल 21 अगस्त से 20 सितंबर के बीच किया जाएगा। सीडब्ल्यूसी ने फैसला किया था कि ब्लॉक समितियों के लिए चुनाव 16 अप्रैल से 31 मई तक होगा, जिला समितियों के अध्यक्षों का चुनाव एक जून से 20 जुलाई के बीच किया जाएगा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षों और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के सदस्यों का चुनाव 21 जुलाई से 20 अगस्त के बीच एवं एआईसीसी अध्यक्ष का चुनाव 21 अगस्त से 20 सितंबर के बीच किया जाएगा।
सूत्रों ने कहा कि प्रक्रिया में कुछ सप्ताह की देरी हो सकती है, उससे ज्यादा नहीं और अक्टूबर में पार्टी को पूर्णकालिक अध्यक्ष मिल जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पार्टी का ध्यान इस समय सात सितंबर से शुरू होने वाली और कन्याकुमारी से कश्मीर तक चलने वाली ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पर है तथा कुछ प्रदेश इकाइयां समय पर चुनाव की औपचारिकताएं पूरी नहीं कर रहीं, इसलिए देरी हो सकती है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत कई नेता सार्वजनिक रूप से राहुल गांधी से पार्टी अध्यक्ष के रूप में जिम्मेदारी संभालने की अपील कर रहे हैं। हालांकि इस मुद्दे पर अनिश्चितता बरकरार है। कुछ पार्टी नेताओं ने यह भी कहा है कि राहुल गांधी अपने इस रुख पर कायम हैं कि वह कांग्रेस अध्यक्ष नहीं बनेंगे।
गहलोत ने बुधवार को इन खबरों को खास तवज्जो नहीं दी थी कि वह कांग्रेस अध्यक्ष पद के सबसे प्रमुख दावेदार हैं। उन्होंने कहा था कि अंतिम समय तक राहुल गांधी को पार्टी की कमान दोबारा संभालने के लिए मनाने का प्रयास किया जाएगा।