तिरुवनंतपुरम: संस्कृत भाषा में विज्ञान पर आधारित विश्व की पहली फिल्म ‘यानम’ इस माह दर्शकों के बीच पहुंचेगी। इस वृत्तचित्र की कहानी भारत के सफल मंगल मिशन पर आधारित है। बहुप्रतीक्षित वृत्तचित्र ‘यानम’ का निर्माण संस्कृत में किया गया है और इसकी कहानी ‘मंगलयान’ मिशन के नाम से विख्यात भारत के ऐतिहासिक ‘मार्स आॅर्बिटर मिशन’ की सफलता के इर्द-गिर्द घूमती है।
चेन्नई में कुछ चुंिनदा दर्शकों के सामने 21 अगस्त को ‘यानम’ का प्रीमियर होगा। गौरतलब है कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा 2013 में मंगलयान का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया गया था। इसरो अध्यक्ष एस सोमनाथ चेन्नई में फिल्म के प्रीमियर के कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे। इस कार्यक्रम में इसरो के पूर्व अध्यक्ष के राधाकृष्णन के अलावा विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र के निदेशक एस उन्नीकृष्णन नायर भी शामिल होंगे।
‘यानम’ राधाकृष्णन की पुस्तक ‘माई ओडिसी: मेमोयर्स आॅफ द मैन बिहाइंड द मंगलयान मिशन’ पर आधारित है। इस फिल्म का निर्माण राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्मकार विनोद मनकारा ने किया है। मनकारा ने कहा कि फिल्म का निर्माण इसरो के पूर्ण सहयोग से किया गया है। उन्होंने बताया कि 45 मिनट के इस वृत्तचित्र का निर्माण संस्कृत में किया गया है और इसकी पूरी स्क्रिप्ट और संवाद प्राचीन भाषा में हैं।