कोरबा: मोदी की गारंटी के तहत छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण की दिशा में सार्थक कदम उठाते हुए महतारी वंदन योजना प्रारंभ की गई है। प्रतिमाह एक हजार रुपए और साल में 12 हजार रूपए महिलाओं के खाते में अंतरित करने के साथ उन्हें आर्थिक मदद पहुंचाने की इस पहल से महिलाओं में एक अलग ही उत्साह का वातावरण है।
उनका कहना है कि सरकार की इस योजना से हमें अब अपनी छोटी-छोटी जरूरतों में किसी के पास पैसा मांगने की आवश्यकता नहीं है।कोरबा नगरीय क्षेत्र के पोड़ीबहार की रहने वाली श्रीमती उर्मिला कुमारी ने बताया कि हमने सोचा भी नहीं था कि महिलाओं के लिए ऐसी योजनाएं संचालित होगी जिसमें हर माह एक-एक हजार रुपए की सहायता राषि प्राप्त होगी।
हम महिलाएं गृहणी के तौर पर पूरा घर चलाती हैं और एक-एक रुपये की बचत कर थोड़े बहुत पैसे जमा कर पाती हैं। जिसका उपयोग अक्सर घर की जरूरी वस्तुओं के पूर्ति में हो जाता हैं। उर्मिला ने बताया कि उसके परिवार में उसके पति, बच्चे सहित पांच सदस्य हैं।
उसके पति श्री प्रकाश दास महंत मजदूरी करते हैं, पति की आमदनी से ही परिवार का खर्च चलता है, लेकिन कोई बचत नहीं हो पाती है, जबकि समय-समय पर परिवार में पैसे की आवश्यकता पड़ती रहती है। पिछड़े परिवार के लोगों के लिए एक-एक रुपये का विशेष महत्व होता है।
ऐसे में सरकार द्वारा माह में एक हजार रुपये और साल में 12 हजार रूपए की आर्थिक सहायता मिलने से महिलाओं को बहुत राहत मिल रही है। महतारी वंदन योजना लागू होने के बाद उसे भी अब हर महीने एक-एक हजार रूपए मिल रहे हैं। इससे उनकी बड़ी परेषानी दूर हो गई है।
इन पैसों से वे अपने घरेलू आवश्यकताओं की पूर्ति कर पाने में सक्षम हुई हैं। छोटी-मोटी जरूरतों के लिए किसी के सामने हाथ फैलाना नहीं पड़ रहा है। उर्मिला ने बताया कि वह स्नातक उत्तीर्ण है और आगे भी पढ़ाई करना चाहतीं हैं। इस राशि का वह आगे अपने आगे की पढ़ाई के लिए भी कर सकेंगी।
योजना का लाभ पाकर उत्साहित उर्मिला ने कहा कि शासन की यह कल्याणकारी योजना आर्थिक रूप से कमजोर केवल उनके ही परिवार नहीं बल्कि ऐसे अन्य दूसरे परिवार के लोगों के लिए भी काफी अच्छी योजना है। इससे अनेक महिलाएं लाभान्वित होकर आर्थिक रूप से मजबूत बन रही है।