नई दिल्ली : बीकानेर से एक बेहद दुखद घटना सामने आई है। यहाँ एक युवा महिला पावरलिफ्टर यष्तिका आचार्य की अभ्यास के दौरान दर्दनाक मौत हो गई। हाल ही में राष्ट्रीय प्रतियोगिता में पदक जीतने वाली यष्तिका राज्य स्तरीय टूर्नामेंट की तैयारी कर रही थीं।
जानें, कैसे हुआ हादसा?
मंगलवार शाम करीब 7 बजे यष्तिका आचार्य बीकानेर के आचार्य चौक स्थित जिम में नियमित अभ्यास कर रही थीं। उनके कोच और साथी खिलाड़ी भी वहां मौजूद थे। वेटलिफ्टिंग के दौरान अचानक भारी वजन संतुलन बिगड़ने के कारण उनकी गर्दन पर गिर गया। जिम में मौजूद अन्य खिलाड़ियों ने तुरंत वजन हटाया और उन्हें प्राथमिक उपचार दिया। जब उनके शरीर में कोई हलचल नहीं हुई, तो उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
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यष्तिका आचार्य ने हाल ही में गोवा में आयोजित 33वीं नेशनल बेंच प्रेस चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन किया था। उन्होंने इक्विप्ड कैटेगरी में स्वर्ण पदक और क्लासिक कैटेगरी में रजत पदक जीता था। मात्र 17 साल की उम्र में उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई थी और राज्य टूर्नामेंट की तैयारी कर रही थीं।
वहीँ, इस घटना के समय यष्तिका का परिवार एक शादी समारोह में शामिल होने गया था। यष्तिका को भी जाना था, लेकिन प्रैक्टिस की वजह से उन्होंने रुकने का फैसला किया था। हादसे में उनके ट्रेनर को भी मामूली चोटें आई हैं। हालांकि, परिवार की ओर से किसी भी प्रकार की कानूनी कार्रवाई नहीं की गई है। बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद उनका अंतिम संस्कार किया गया।
क्या है पावरलिफ्टिंग?
पावरलिफ्टिंग एक ऐसा खेल है जिसमें भारी वजन उठाने की क्षमता पर ध्यान दिया जाता है। इसे तीन श्रेणियों में बांटा गया है स्क्वाट, बेंच प्रेस और डेडलिफ्ट। स्क्वाट निचले शरीर की ताकत पर केंद्रित होता है, बेंच प्रेस ऊपरी शरीर की शक्ति बढ़ाने के लिए किया जाता है, जबकि डेडलिफ्ट पूरे शरीर की मजबूती और पकड़ को बेहतर बनाता है।