Actress Akanksha Dubey: परिजनों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहाल लगाई

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वाराणसी: भोजपुरी फिल्म एक्ट्रेस आकांक्षा दुबे के मौत के मामले में पूरे दिन नए-नए प्रकरण सामने आने के बाद आखिरकार देर शाम आकांक्षा का अंतिम संस्कार वाराणसी के मणिकर्णिका घाट पर संपन्न हुआ. मां शमशान मणिकर्णिका घाट पर मौजूद परिवारजनों ने अपने घर की लाडली को अंतिम विदाई दी. आकांक्षा के चाचा मुन्ना दुबे ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई है कि उन्हें न्याय दिलाया जाए. साथ ही जो भी इस मामले में दोषी होंगे. उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.

दरअसल, आकांक्षा दुबे की डेड बॉडी रविवार को वाराणसी के सारनाथ स्थित एक होटल के कमरे में फंदे से लटकती हुई मिली थी. इस मामले में काफी हड़कंप मचा हुआ है. इन सब के बीच आकांक्षा का पोस्टमार्टम नहीं हो पाया था. लेकिन सोमवार दोपहर बाद डॉक्टर की स्पेशल टीम की निगरानी में वीडियोग्राफी के साथ आकांक्षा का पोस्टमार्टम फाइनल हुआ है.

देर शाम डेड बॉडी उनके परिजनों को सौंपी गई है. परिजनों ने डेड बॉडी लेने के बाद रात लगभग 8:00 बजे मणिकर्णिका घाट पर पहुंचकर आकांक्षा दुबे का अंतिम संस्कार संपन्न किया. डेड बॉडी को जब गंगा घाट पर परिजनों ने खोला तो आकांक्षा का चेहरा देखकर वहां पर हर तरफ रोने चीखने की आवाज नहीं सुनाई दे रही थी. आकांक्षा की मां अपनी बेटी को अंतिम बार देखकर बेसुध हो गईं.

बता दें कि सोमवार दोपहर में ही आकांक्षा दुबे की मौत मामले में उनकी मां मधु दुबे की तहरीर पर सारनाथ थाने में भोजपुरी सिंगर समर सिंह समेत उसके भाई संजय सिंह पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है. परिवार ने समर और उसके भाई पर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं. इन्हीं आरोपों को दौड़ आते हुए आकांक्षा दुबे के चाचा मुन्ना दुबे का कहना था कि समर सिंह और उसके भाई लगातार आकांक्षा को प्रताड़ित करते थे. मारते पीटते थे.

मुन्ना का आरोप है की यह आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या है. डुप्लीकेट चाबी के सहारे दरवाजा खोलकर इस हत्या को अंजाम दिया गया है. कमरे के साथ अटैच बाथरूम में नल खुला हुआ था. फांसी का फंदा भी उस तरह नहीं लगा था. जैसा एक सुसाइड करने वाला अपने हाथ से लगाता है.

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