गुवाहाटी (Assam) । असम में बाढ़ की स्थिति रविवार को भी बेहद गंभीर बनी रही और राज्य के कई जिलों में कुछ और इलाके इसके प्रभाव में आ गए। वहीं, रातभर हुई मूसलाधार बारिश के कारण गुवाहाटी के कई क्षेत्र पानी में डूब गए। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के ताजा अपडेट के मुताबिक, राज्य में पिछले छह दिनों से बाढ़ आई हुई है और भूस्खलन हो रहा है, जिससे बड़े स्तर पर तबाही जारी है।
एएसडीएमए के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 32 जिलों के 118 राजस्व क्षेत्रों और 4,291 गांवों में बाढ़ की सूचना है। लगभग 31 लाख लोग प्रभावित हुए हैं और उनमें से 1.56 लाख ने राज्यभर के अलग-अलग 514 राहत शिविरों में शरण ली है। एएसडीएमए ने कहा कि बाढ़ से प्रभावित और राहत शिविरों में आश्रय नहीं लेने वाले लोगों को राहत सामग्री भी वितरित की गई है।
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कम से कम 302 राहत वितरण केंद्र अस्थायी रूप से खोले गए। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को निकालने में जिला प्रशासन की मदद कर रहा है। राज्य आपदा मोचन बल, अग्निशमन और आपात सेवा के कर्मियों के साथ-साथ पुलिसकर्मियों और एएसडीएमए के स्वयंसेवकों को भी बचाव कार्य के लिए तैनात किया गया है। बुलेटिन में कहा गया है, “विभिन्न एजेंसियों ने अब तक 20,983 लोगों को सुरक्षित निकाला है।”
गुवाहाटी में शनिवार रात से हो रही मूसलाधार बारिश ने कहर बरपा रखा है, जिससे शहर के कई इलाकों में घुटनों तक पानी भर गया है, जबकि कुछ जगहों पर पानी छाती के स्तर तक पहुंच गया है। गुवाहाटी नगर निगम के आयुक्त देवाशीष शर्मा ने संवाददाताओं को बताया कि भरालू नदी पर स्थित सभी जलद्वार को बंद कर दिया गया है। उन्होंने कहा, “ऊपरी असम में भारी बारिश और ब्रह्मपुत्र से अतिरिक्त पानी बहने के कारण गुवाहाटी में नदी का जल स्तर काफी बढ़ गया है। इसका स्तर अब इसकी सहायक भरालू नदी के स्तर से ऊपर है।”
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शहर में ब्रह्मपुत्र नदी के पानी को आने से रोकने के लिए प्रशासन ने गुवाहाटी शहर की जीवनरेखा भरालू के सभी जलद्वारों को बंद कर दिया है। शर्मा ने कहा, ‘‘शहर के और इलाकों में पानी भर गया है।” जू रोड, आरजी बरुआ रोड, नबीन नगर, अनिल नगर, हाटीगांव, लचित नगर, तरुण नगर, ज्योतिकुची, घोरमारा, वीआईपी रोड, चांदमारी समेत कई इलाकों में बाढ़ की खबर है।
एएसडीएमए की दैनिक बाढ़ रिपोर्ट के अनुसार, सैलाब के कारण विभिन्न स्थानों पर आठ लोगों की जान चली गई। रिपोर्ट में बताया गया है कि इस साल राज्यभर में बाढ़ और भूस्खलन में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 62 हो गई है। इस बीच, कछार, दीमा हसाओ, गोवालपारा, हैलाकांडी, कामरूप मेट्रोपॉलिटन, करीमगंज और दक्षिण सलमारा जिलों में और भूस्खलन होने की सूचना मिली है।
पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य में औसतन 37.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। केंद्रीय जल आयोग के बुलेटिन के मुताबिक, ब्रह्मपुत्र नदी जोरहाट के नीमतीघाट, सोनितपुर के तेजपुर, गोवालपारा और धुबरी शहरों में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। इसकी सहायक नदियां भी कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।