भिलाई चरोदा: प्रदेश के स्कूलों में बच्चों को बैग ले जाने से राहत मिली, बच्चों को बस्ते के बोझ से निजात देने के लिए शनिवार को ‘बैगलेस डे’ घोषित किया गया है। शनिवार को छत्तीसगढ़ के स्कूलों में पहला बैगलेस डे था। इस दिन बच्चों को एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज शामिल हुए।
इसकी कड़ी में भिलाई चरोदा नगर निगम के वॉर्ड 35 के शासकीय स्कूल में भी अनेक कार्यक्रम हुए, स्कूल परिसर में हरियाली महोत्सव कार्यक्रम मनाया गया, हरियाली के अमृत महोत्सव मे वन मंडल द्वारा फदहाखार मे पौधा रोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया इस दौरान पधारे अतिथियों द्वारा वन परीछेत्र मे अनेक प्रजाती के पौधे रोपे गए । इस दौरान उद्बोधन मे बताया गया की रासायनिक खाद का अधिक से अधिक प्रयोग हो रहा है।
शनिवार को स्कूल में वृछारोपन, हस्तकला गतिविधियां कराई जाएंगी। इस नए कदम से बच्चों में स्कूल आने के प्रति रूचि जागृत होगी वहीं उन्हें स्कूल से जोड़े रखने में भी मदद मिलेगी। वॉर्ड पार्षद ललित दुर्गा ने स्कूल के कार्यक्रम में शामिल हुए, उन्होंने ने बच्चो के साथ हरियाली महोत्सव मनाया और हस्तकला में भाग लिया, बच्चो को वृछारोपन से होने वाले फायदे को बताया, जंगलों के पेडों को अवैध तरीके से काटा जा रहा है। जिससे पेडों की संख्या कम होती जा रही है ऐसे में वातावरण में दूषित प्रभाव पड रहा है।
अभियान का उद्देश्य है की अधिक से अधिक पौधरोपण किया जाए, जिससे लोगों को शुद्घ हवा मिल सके और वे स्वस्थ जीवन जी सकें।ऐसे इन तमाम बातों को ध्यान में रखकर पर्यावरण अभियान चलाया जा रहा है जिसके माध्यम से अधिक से अधिक पौधे लगाए जा सकें। स्कूल में बच्चो को दिए जाने वाले भोजन को वॉर्ड पार्षद और स्कूल टीचरों ने भोजन की गुणवार्ता और शुद्धता को भी जाँचा।