कोझिकोड: अभिनय के क्षेत्र में लगभग चार दशक से भी ज्यादा समय तक अपनी हास्य भूमिकाओं के लिए मशहूर रहे मलयालम फिल्मों के अभिनेता मामूकोया का बृहस्पतिवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
इस दौरान उनकी अंतिम झलक पाने के लिए सैकड़ों लोग उमड़ पड़े।
गौरतलब है कि मामूकोया को एक फुटबॉल टूर्नामेंट के उद्घाटन के दौरान दिल का दौरा पड़ने के बाद सोमवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बुधवार को उन्होंने एक निजी अस्पताल में अंतिम सांस ली। वह 76 वर्ष के थे। अभिनेता के पार्थिव शरीर को बुधवार को कोझिकोड टाउन हॉल में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था, जहां हजारों लोगों ने उनके अंतिम दर्शन किये।
जिसके बाद, बृहस्पतिवार को उनके पार्थिव शरीर को राजकीय सम्मान के साथ पूर्वाह्न 11 बजे के करीब कन्नमपरम्बु कब्रिस्तान में दफनाया गया। वर्ष 1946 में जन्मे, मामूकोया अपने स्कूल के दिनों से ही रंगमंच के कलाकार थे और नीलांबुर बालन की फिल्म ‘अन्यारुदे भूमि’ के साथ उन्होंने फिल्म जगत में कदम रखा।
इसके बाद, उन्होंने लगभग 500 फिल्मों में अभिनय किया, जिनमें ‘संदेशम’, ‘नादोदिक्कट्टू’, ‘इन्नाथे ंिचता विषयम’, ‘हिज हाइनेस अब्दुल्ला’, ‘थलयनमंतरम’ और ‘रामजी राव स्पींिकग’ जैसी हास्य फिल्में शामिल हैं। मामूकोया ने अपने फिल्मी करियर में कई पुरस्कार और सम्मान जीते जिसमें राज्य सरकार द्वारा सर्वश्रेष्ठ हास्य कलाकार का पुरस्कार और अबूधाबी कला रत्न पुरस्कार शामिल हैं।