रायपुर/20 अप्रैल 2024। भाजपा सरकार गरीबों के राशन में डाका डाल रही है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि 35 किलो राशन की जगह मात्र 5 किलो ही दिया जा रहा वह भी अधिकांश दुकानों में नहीं मिल रहा। गरीबों को दिया जाने वाला चना और नमक भी सरकार ने देना बंद करवा दिया है।
यह जब स्थिति लोकसभा चुनाव के दौरान है तो लोकसभा चुनाव के बाद तो पूरी संभावना सरकार गरीबों को राशन देने की योजना पूरी तरह बंद कर देगी। यह भाजपा का पुराना चरित्र रहा है।
इसे भी पढ़ें :-मध्य प्रदेश में बड़ा हादसा : छिंदवाड़ा से लौट रही पुलिसकर्मियों से भरी बस पलटी, 21 घायल
भाजपा हर चुनाव के पहले मतदाताओं से बड़े-बड़े वादे करती है। चुनाव के बाद जब वादा निभाने की बारी आती है तो भाजपा उससे मुकर जाती है। पूर्ववर्ती रमन सरकार के दौरान भी हर चुनाव के पहले भाजपा की सरकार ने गरीबों के राशन कार्ड बनाया वोट हासिल किया जैसे ही सरकार बन गयी बड़े पैमाने पर राशन कार्डो को निरस्त कर दिया गया।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि जब से छत्तीसगढ़ में विष्णुदेव साय की सरकार आयी है, पीडीएस के सरकारी राशन दुकानों से चना, नमक, शक्कर, मिट्टीतेल गायब हो गया है। कटौती करके जो चावल और गेहूं भेजे जा रहे हैं वह भी सड़े-गले अपुपयोगी, गुणवत्ताहीन और मिलावटी हैं।
इसे भी पढ़ें :-Korba : विद्यालयों में रंगोली, नुक्कड़ नाटक, रैली के माध्यम से मतदाता जागरूकता का संदेश
ग्रामीणों का आरोप है कि मिलावटखोरों को भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के संरक्षण में गुणवत्ता विहिन राशन लेने मजबूर किया जा रहा है। मिलरों से 30 रूपया प्रति क्विंटल की दर से भाजपाइयों के द्वारा की गई कमीशनखोरी के चलते खराब राशन के सप्लायरों को भाजपा सरकार का संरक्षण है।
जिस प्रकार से पूर्व में यह भी तथ्य उजागर हुआ कि बिना स्टॉक के भौतिक सत्यापन किए जनवरी माह में 37 प्रतिशत राशन की कटौती की गई और उसके पश्चात फरवरी माह के राशन में 44 प्रतिशत की भारी भरकम कटौती की गई। अप्रैल और मई महीने के लिए आबंटित चावल गेहूं की गुणवत्ता को लेकर लगातार शिकायतें आ रही है। रायपुर जिले के खरोरा के निकट बुडेरा ग्राम पंचायत में तो प्रदर्शन भी हुए लेकिन भारतीय जनता पार्टी की साय सरकार कार्यवाही करने के बजाय परदेदारी करने में जुटी हुई है।