रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में आज यहां उनके निवास कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में केन्द्रीय विद्युत अनुसंधान संस्थान, बैंगलुरू और छत्तीसगढ़ शासन के मध्य नवा रायपुर में विद्युत उपकरणों की टेस्टिंग के लिए राष्ट्रीय स्तर की प्रयोगशाला तथा परीक्षण केन्द्र की स्थापना हेतु एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। छत्तीसगढ़ ऊर्जा विभाग के सचिव श्री अंकित आनंद और सीपीआरआई के एडिशनल डायरेक्टर बी.ए. सावले ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। मुख्यमंत्री बघेल ने इस अवसर पर उर्जा विभाग और केन्द्रीय विद्युत अनुसंधान संस्थान को बधाई दी।
नवा रायपुर में केन्द्रीय विद्युत अनुसंधान संस्थान, बैंगलोर द्वारा स्थापित की जाने वाली क्षेत्रीय टेस्ट प्रयोगशाला मध्य भारत की सबसे वृहद प्रयोगशाला होगी, जिसमें ट्रांसफार्मर, रूटिन टेस्ट, मीटर टेस्टिंग, ऑयल टेस्टिंग एवं समस्त विद्युत उपकरण के रूटिन टेस्ट की सुविधा होगी, वर्तमान में विद्युत उपकरणों की टेस्टिंग के लिए भोपाल भेजा जाता है। छत्तीसगढ़ में यह सुविधा उपलब्ध होने से समय एवं राजस्व में बचत होगी। इस प्रयोगशाला में विद्युत कंपनियों को टेस्टिंग में 20 प्रतिशत की रियायत दी जाएगी।
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प्रयोगशाला के अंतर्गत ट्रेनिंग सेंटर की भी स्थापना की जाएगी, जिसमें विद्युत कम्पनियों एवं निजी संस्थानों के कर्मचारियों की तकनीकी दक्षता में वृद्धि होगी। प्रयोगशाला तथा परीक्षण केन्द्र की स्थापना हेतु अटल नगर नया रायपुर विकास प्राधिकरण द्वारा नया रायपुर क्षेत्र के लेयर -2 ग्राम- तेन्दुआ, सेक्टर-30 में 10 एकड़ भूमि का आवंटन किया गया है। प्रयोगशाला की स्थापना का कार्य 20 करोड़ 70 लाख रूपए की लागत से 36 माह में पूर्ण किया जाएगा।
रायपुर में स्थापित होने वाली क्षेत्रीय टेस्ट लेबोरेटरी में हाई वोल्टेज लेबोरेटरी (इम्पलस टेस्ट 400 केवी), रूटिन टेस्ट लेबोरेटरी फॉर ट्रांसफार्मर (10 एमवीए तक), टेम्परेचर राईज टेस्ट फेसिलीटी फॉर ट्रांसफार्मर (10 एमवीए तक), इनर्जी मीटर टेस्ट लेबोरेटरी फॉर स्मार्ट मीटर और साइबर सिक्यूरिटी टेस्ट लेबोरेटरी फॉर सबस्टेशन इक्युपमेंटस एडं स्मार्ट मीटर की सुविधा उपलब्ध होगी।
केन्द्रीय विद्युत अनुसंधान संस्थान भारत सरकार, विद्युत मंत्रालय के अधीन गठित सार्वजनिक उपक्रम है। इस संस्थान द्वारा पॉवर सेक्टर के निर्माताओं एवं यूटिलिटी में गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न सेवाओं, पॉवर सेक्टर में एप्लाईड रिसर्च को प्रोत्साहन तथा इंजीनियरिंग के क्षेत्र में दक्षता एवं विश्वसनीयता में सुधार हेतु परामर्श सेवाएं दी जाती हैं।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत नियामक आयोग के चेयरमैन हेमन्त वर्मा, क्रेडा के सीईओ आलोक कटियार, सीएसपीटीसीएल की एमडी उज्जवला बघेल और सीएसपीडीसीएल के एमडी मनोज खरे, केन्द्रीय विद्युत अनुसंधान संस्थान के संयुक्त संचालक अभय खैरवार भी उपस्थित थे ।