जशपुर जिले में एक व्यक्ति की लकड़ी ड्रिल करने वाले औजार से गला छेदकर बेरहमी से हत्या कर दी गई है। घटना की जानकारी मंगलवार को उस वक्त हुई, जब मृतक की मां ने बेटे के शव को लहूलुहान हालत में घर के बाहर पड़े हुए देखा। उसने तुरंत परिजनों को बुलाया। इसके बाद पुलिस को हत्या की सूचना दी गई। मामला सिटी कोतवाली जशपुर के बरटोली मुहल्ले का है।
मिली जानकारी के अनुसार कोतवाली थाना क्षेत्र के भागलपुर बरटोली में बीती रात 34 वर्षीय आशीष भगत पिता सैजु भगत की हत्या कर दी गई। युवक की हत्या देर रात उसके घर मे बड़े ख़ौफ़नाक तरीके से गले में हैंड ड्रिल मशीन चलाकर की गई। आज युवक की लाश उसके घर के आंगन में खून से लथपथ मिली। आशीष भगत टैंट हाउस में काम करता था। वह अपने घर मे अकेला रहता था। उसके घर से थोड़ी दूर ही उसकी मां एक अलग घर मे रहती थी। आज सुबह जब उसकी मां उसके घर पहुँची तो खून से लथपथ आशीष की लाश घर के आंगन में पड़ी मिली। परिजनों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी।
घटना की जानकारी लगते ही एसपी ड़ी रविशंकर,एडिशनल एसपी उमेश कश्यप, एसडीओपी राजेंद्र परिहार डॉग स्कवॉयड के साथ मौके पर पहुंची। साथ ही फारेंसिक की टीम भी जांच में जुट गई है।घटनास्थल से पुलिस ने हत्या में उपयोग किये ड्रिल की डंडी बरामद कर ली है। फिलहाल पुलिस आरोपियो की तलाश में लगी हुई है।
वहीं जांच में पुलिस डॉग स्क्वॉड और फॉरेंसिक विशेषज्ञों की मदद ले रही है। पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ हत्या का अपराध पंजीबद्ध किया है। परिवारवालों और आसपास के लोगों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाने के लिए मुखबिरों को भी एक्टिव कर दिया है। पुलिस का कहना है कि हत्या किसी जान-पहचान के व्यक्ति द्वारा अंजाम दिए जाने की ही आशंका है।
आशीष भगत दो बहनों का इकलौता भाई था। उसकी हत्या हो जाने से वृद्ध माता-पिता का सहारा छिन गया है। मृतक की मां मुन्नी देवी ने बताया कि आशीष उन लोगों से अलग सब्जी की बाड़ी में बने दो कमरे के कच्चे मकान में रहा करता था। आसपास दूसरा घर नहीं होने की वजह से किसी को हत्या की जानकारी नहीं हो पाई। आशीष की शादी अभी तक नहीं हुई थी।