छत्तीसगढ: BJP के रडार पर कोरबा लोकसभा सीट..डॉ सरोज पांडे के नाम का मात्र औपचारिक ऐलान होना बाकी

0
232

कोरबा ; कोरबा लोकसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की बड़ी नेता डॉ सरोज पांडे चुनाव लड़ेगी यह बात लगभग तय हो चुकी हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार केवल औपचारिक ऐलान होना बाकी हैं। सूत्रों के हवाले से यह भी खबर हैं कि केंद्रीय चुनाव समिति ने उनके नाम पर मोहर लगा दी हैं।

डा. सरोज पाण्डेय भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं और हाल ही में राज्यसभा का कार्यकाल पूरा किया है। डा. पाण्डेय महापौर, विधायक और सांसद भी रह चुकी हैं। कोरबा सामान्य सीट होने की वजह से उन्हें यहां से उतारा जा रहा है।

इसे भी पढ़ें :विशेष-लेख : अन्नदान महादान : स्कूली बच्चों को ‘न्योता भोजन’ में मिलेगा पौष्टिक आहार

वहीं कांग्रेस मौजूदा सांसद ज्योत्सना महंत को दुबारा टिकट दे सकती हैं। यदि ऐसा होता हैं तो कोरबा लोकसभा सीट से पहली बार दो महिला नेत्री के मध्य चुनावी मुकाबला होगा। साथ ही भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ सरोज पांडे के यहां से चुनाव लड़ने के कारण यह सीट हाईप्रोफाइल हो जायेगी और सबकी निगाहें इस सीट पर रहेगी।

दूसरी सबसे दिलचस्प बात यह हैं कि भाजपा इस सीट पर तीसरी बार ब्राम्हण उम्मीदवार उतारने जा रही हैं।कोरबा लोकसभा सीट के गठन के बाद 2009 में हुए आमचुनाव में भाजपा ने करुणा शुक्ला तो मैदान में उतारा था और 2019 में ज्योतिनन्द दुबे मैदान में थे।दोनों को हार का सामना करना पड़ा था।

बता दे कि इस सीट में हुए तीन चुनाव में लगातार पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवार ही चुनाव जीतते रहे हैं।वर्ष 2009 में डॉ चरणदास महंत (कांग्रेस),वर्ष 2014 में डॉ बंशीलाल महतो (भाजपा)और वर्ष 2019 में ज्योत्सना महंत (कांग्रेस) ने चुनाव में जीत दर्ज की।

इसे भी पढ़ें :महाकाल के महाशिवरात्रि महोत्सव महाबैठक में उपस्थित हुए भारी संख्या में शिवभक्त…

बीते साल हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने कोरबा लोकसभा के अंतर्गत आने वाली आठ में छह सीटों पर जीत हासिल की। भाजपा ने कोरबा जिले में स्थित चार विधानसभा में कोरबा, कटघोरा को जीता। पार्टी को कोरबा से 25,629 तथा कटघोरा से 16,900 मतों की बढ़त मिली।

भाजपा ने कोरिया जिले की तीनों विधानसभा सीटों पर कब्जा किया। पार्टी को भरतपुर- सोनहत से 14,919, बैकुंठपुर से 25,413 एवं मनेन्द्रगढ़ से 11,880 वोटों के अंतर जीत मिली। बिलासपुर जिले की मरवाही सीट पर भाजपा ने 12,078 वोटों की बढ़त हासिल की। इन छह सीटों पर भाजपा की कुल बढ़त 96 हजार 819 मतों की रही।

भाजपा के मुकाबले कांग्रेस 98 हजार 194 वोटों से पीछे रही। कांग्रेस को केवल कोरबा जिले की रामपुर सीट पर ही जीत मिली। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने पाली तानाखार क्षेत्र अपने नाम किया। भाजपा ने मिली 96 हजार 819 मतों की बढ़त की बदौलत आस लगी रखी है कि लोकसभा चुनाव में पार्टी जीत का परचम लहराएगी।

2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा ने छत्तीसगढ़ में 11 में से 9 सीटें जीती थीं, जो 2014 की तुलना में एक कम है. . 2019 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस ने कोरबा और बस्तर (अनुसूचित जनजाति) सीट पर जीत दर्ज की थी. भारतीय जनता पार्टी इस बार इन दोनों सीटों पर ज्यादा फोकस कर रही है.

इसके अलावा बीजेपी के रडार पर दूसरी सीट जांजगीर चांपा (अनुसूचित जाति) है. यहां पार्टी ने 2019 में बड़े वोटों के अंतर से जीता था, लेकिन 2023 के विधानसभा चुनावों में नतीजे हैरान करने वाले रहे. भाजपा को इस लोकसभा सीट के तहत आने वाले आठ विधानसभा क्षेत्रों में से किसी में भी जीत नहीं मिली थी.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here