कोरबा: जिले में तेंदुपत्ता का संग्रहण का कार्य शुरू हो गया है। और कोरबा तथा कटघोरा वन मंडल में बड़ी संख्या में हाथियो का दल विचरण कर रहा है। जिससे ग्रामीणों को खतरा बढ़ गया।हालाकि वन विभाग के अधिकारी, कर्मचारी व हाथी मित्र दल के सदस्य हाथियों की मौजुदगी वाले क्षेत्र में पहुंचकर लगातार मुनादी करा कर ग्रामीणों को सावधान कर रहे है।
बावजूद इसके ग्रामीण तेंदूपत्त संग्रहण के लिए अपने घरों से निकलकर जंगल पहुंच जा रहे है। जानकारी के अनुसार धरमजयगढ़ क्षेत्र के जगंल में विचरण कर रहे हाथियो का तीन दल बीती रात कोरबा वन मंडल अंतर्गत कुदमुरा रेंज की सीमा पर प्रवेश किया और कुदमुरा, गीतकुंवारी व चचिया परिसर के जंगल में पहुंचकर विचरण करने लगा।
हाथियों के दल कुदमुरा रेंज में पहुंचते ही उत्पात मचाना शुरू कर दिया। और लबेद, गीतकुंवारी बैगामार में ग्रामीणों के खेतो में पहुंचकर वहां लगे धान की रबी फसल को बूरी तरह रैंाद डाला जिससे संबंधितो को काफी नुकसान उठाना पड़ा है।
वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक कुदमुरा वन परिक्षेत्र के जंगल के कक्ष क्रमांक पी 1139 कुदमुरा में 18 हाथी घूम रहे है। जिसमें दो नर 7 मादा व 8 शावक शामिल है। वही रेंज के गीतकुंवारी जंगल के कक्ष क्रमांक पी 1102 में 36 हाथियो की मौजुदगी अचानक हुई है। इसदल में नर हाथियों की संख्या 7 मादा 20 व 9 शावक की सक्रियता बताई गयी है।
जबकि चचिया के कक्ष क्रमांक पी1133 में पांच हाथह है। जिसमें 1 नर, 2मादा व दो शावक जंगल में विरचण रत है। कुदमुरा रेंजमें बड़ी संख्या में हाथियों के आने से ग्रामीण भयभीत है। वहीं तेंदूपत्ता का सीजन शुरू हो जाने के कारण वन विभाग भी ग्रामीणों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है।
विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों एवं हाथी मित्र दल के सदस्यों द्वारा लगातार मुनादी कराई जा रही है। और ग्रामीणों को सतर्क करन का काम किया जा रहा है। उन्हें हाथियो के आने की जानकारी देते हुए सावधानी बरतने व तेंदूपत्ता संग्रहण के लिए फिलहाल जंगल न जाने की सलाह दी जा रही है। उधर कटघोरा वन मंडल के एतमा नगर व केंदई रेंज में हाथी समस्या लगातार बनी हुई है। यहां 49 हाथी सक्रिय है। क्षेत्र में मौजूद हाथियों की निगरानी लगातार की जा रही है।