कवर्धा: 41 दिनों से गुमशुदा आरटीआई कार्यकर्ता का नरकंकाल बोक्करखार के जंगल में मिला है. पैसों को लेकर विवाद के बाद बोक्करखार गांव के सरपंच ने अपने साथियों के साथ मिलकर आरटीआई कार्यकर्ता की हत्या की थी और जुर्म छुपाने शव को जला दिया था. पुलिस ने सरपंच समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
एसपी डाॅ. लाल उमेद सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले का खुलासा किया. एसपी ने बताया कि आरटीआई कार्यकर्ता विवेक चैबे और बोक्करखार गांव के सरपंच अमित यादव के बीच पैसे को लेकर विवाद हुआ था. आवेश में आकर सरपंच ने अपने साथियों के साथ मिलकर डंडे से विवेक चैबे पर हमला कर दिया, जिससे मौके पर उसकी मौत हो गई.
वारदात को अंजाम देने के बाद साक्ष्य छुपाने आरोपियों ने शव को जला दिया और बाइक को जमीन में गाड़ दिया था. पुलिस लगातार सरपंच अमित यादव से पूछताछ कर रही थी. बार-बार आरोपी सरपंच पुलिस को गुमराह कर रहा था. सरपंच ने खुद विवेक चैबे की जानकारी देने वाले को 10 हजार का इनाम देने की घोषणा की थी. आखिरकार पुलिस ने सरपंच अमित यादव समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है